ब्रितानी हुकूमत को ललकारते दिखेंगे भगवान बिरसा, 1765 के कालखंड का होगा दीदार
रांची के बिरसा मुंडा जेल परिसर की दीवारों पर बिरसा मुंडा के गांव और डोम्बारी बुरू सहित गया मुंडा से जुड़े घटनाक्रमों को उकेरा जाएगा। ...और पढ़ें
रांची, [जागरण स्पेशल]। भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय में तब्दील होने वाले बिरसा मुंडा जेल के प्रवेशद्वार पर 1765 के कालखंड में आदिवासियों की स्थिति बयां होंगी। दूसरी ओर पास की ही एक अन्य गैलरी में ब्रिटिश औपनिवेशिक काल की परिस्थितियां रेखांकित की जाएंगी। इसी तरह जेल परिसर की दीवारों पर बिरसा मुंडा के गांव और डोम्बारी बुरू सहित गया मुंडा से जुड़े घटनाक्रमों को उकेरा जाएगा। नगर विकास एवं आवास विभाग ने मेसर्स पैन इंटेलीकॉम कपंनी के प्रतिनिधियों को इसे केंद्र मेंं रखकर रख कर अपनी प्लानिंग करन को कहा है।
- नगर विकास एवं आवास विभाग ने तैयार किया खाका
- जेल परिसर में 10 स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्ति भी स्थापित होगी
- जिस जेल में उन्होंने गुजारे अंतिम दिन, वहां आदिवासियों की स्थिति का होगा दीदार
- भगवान बिरसा मुंडा संग्रहालय में तब्दील होने वाला है बिरसा मुंडा जेल
- जेल परिसर के मुख्य द्वार के पास गैलरी में दर्शाई जाएंगी ब्रिटिश औपनिवेशिक काल की परिस्थितियां
- प्रथम तल के चार कमरों में बिरसा मुंडा से जुड़े अनछुए पहलू रेखांकित किए जाएंगे
विभागीय सूत्रों के अनुसार बिरसा मुंडा जेल के प्रथम तल के चार कमरों में से एक कमरे में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन के अभिलेखीय दृश्यों का प्रदर्शन होगा। दूसरे कमरे मेंं बिरसा मुंडा के अनुयायियों के बारे में जानकारी रहेगी। शेष दो कमरों में उनके जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया जाएगा। इसी तरह जेल के आंगन में झारखंड के 10 आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियां स्थापित होंगी। उनके संबंध में लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से जानकारी भी दी जाएगी।

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