Jharkhand Politics: झारखंड में नाम बदलने को ले राजनीतिक बवाल, सत्ताधारी दल व विपक्ष के अपने अपने तर्क
जो कहते हैं कि नाम में क्या रखा है... उन्हें यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए। झारखंड में अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लीनिक करने के राज्य सरकार के फैसले पर भाजपा ने आपत्ति की है तो सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इसे सराहनीय करार दिया है।

राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand Politics झारखंड में अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम बदलकर मदर टेरेसा एडवांस हेल्थ क्लीनिक करने के राज्य सरकार के फैसले पर भाजपा ने आपत्ति की है तो सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इसे सराहनीय करार दिया है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को CM Hemant Soren की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 21 प्रस्तावों में इस नाम परिवर्तन को मंजूरी दी गई। सत्ताधारी झारखंड मुक्ति मोर्चा का कहना है कि मदर टेरेसा के नाम से क्लीनिकों का नामकरण सेवा भावना को बढ़ावा देगा।
जबकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अपमान बता रही है। यह पहला मौका नहीं है जब झारखंड में नाम परिवर्तन को लेकर विवाद हुआ है।
इससे पहले रांची के डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय करने पर भी भाजपा ने कड़ा विरोध दर्ज किया था।
अटल मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 2019 में दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक की तर्ज पर की थी, जो शहरी और ग्रामीण गरीबों को निश्शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं। वर्तमान में राज्य में 140 ऐसे क्लीनिक संचालित हैं। ताजा विवाद झारखंड की राजनीति में उबाल ला सकता है।
भाजपा का विरोध, मरांडी ने कहा निम्न स्तर की राजनीति
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस निर्णय को निम्न स्तर की राजनीति करार देते हुए कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड राज्य के निर्माण में ऐतिहासिक योगदान दिया।
1999 में उन्होंने केंद्र में अपनी सरकार बनने पर झारखंड को अलग राज्य का दर्जा देने का वादा किया था, जिसे पूरा किया। अटल मोहल्ला क्लीनिक का नाम हटाना झारखंड की जनता की भावनाओं और वाजपेयी के योगदान का अपमान है।
उन्होंने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को बदहाल बताया है। भाजपा ने इस मुद्दे को विधानसभा के मानसून सत्र में और सड़क पर जोर-शोर से उठाने की योजना बनाई है।
भाजपा ने बदल लिया सरदार पटेल स्टेडियम का नाम- झामुमो
झामुमो ने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मानव सेवा की प्रतिमूर्ति मदर टेरेसा ने स्वास्थ्य और सेवा के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया है। झामुमो प्रवक्ता विनोद पांडेय ने पूछा कि भाजपा को नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा के नाम से आपत्ति क्यों है?
उन्होंने भाजपा शासित राज्यों में नाम परिवर्तन का उदाहरण देते हुए कहा कि अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेन्द्र मोदी स्टेडियम करना सरदार पटेल का अपमान नहीं तो और क्या है?
विनोद पांडेय ने कहा कि झामुमो के लंबे संघर्ष और आंदोलन के कारण झारखंड को अलग राज्य का दर्जा मिला। भाजपा केवल इसका श्रेय लेने की राजनीति करती है। झारखंड के लोग इसे भली-भांति जानते हैं।
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