Neet Topper Interview 2020: टॉपर आकांक्षा ने बताए सफलता के 4 मूल मंत्र, कहा- औसत छात्र भी हो सकते हैं सफल
नीट में रांची की टॉपर रही जारूबी आकांक्षा ने जो बचपन में डॉक्टर बनने का सपना देखा था वह नीट का परिणाम जारी होते हुए अब साकार दिख रहा है। जारूबी का मानना है कि एक औसत छात्र भी अपने दृढ़ संकल्प आत्मबल धैर्य और सघन परिश्रम के बल
रांची (जागरण संवाददाता)। नीट में रांची की टॉपर रही जारूबी आकांक्षा ने जो बचपन में डॉक्टर बनने का सपना देखा था वह नीट का परिणाम जारी होते हुए अब साकार दिख रहा है। जारूबी का मानना है कि एक औसत छात्र भी अपने दृढ़ संकल्प, आत्मबल, धैर्य और सघन परिश्रम के बल पर अपना एम्स से एमबीबीएस करने का सपना साकार कर सकता है। जारूबी बचपन से ही एमबीबीएस करना चाहती थी।
वह अपनी सफलता का संपूर्ण श्रेय अपने शिक्षकों और माता पिता को देती है। जारूबी के माता पिता के अनुसार बचपन से ही जारूबी बेहद संयमित, परिश्रमी और एकाग्रचित्त प्रकृति की रही है, अपनी सघन मेहनत वशिक्षकों के समुचित मार्गदर्शन के बल पर इनके बेटी ने ये उल्लेखनीय सफलता प्राप्त कर समाज में उन्हें प्रतिष्ठित किया है।
साक्षात्कार -2
प्रतीक व प्रत्यूष के परिवार के पूरे सदस्य हैं चिकित्सक
जागरण संवाददाता रांची: नीट में रांची के सेकंड टॉपर प्रतीक सिंह और उसका जुड़वा भाई प्रत्यूष सिंह( रांची में पांचवा स्थान) के परिवार का पूरा सदस्य ही चिकित्सक है। दोनों के पिता डॉ एस पी सिंह सीसीएल हॉस्पिटल के पूर्व सीएमओ और उनकी माता डॉक्टर सविता वर्मा सदर अस्पताल रामगढ़ में गायनी कि डॉक्टर हैं। यही नहीं दोनों के बड़े भाई रित्विक रोहिन भी एमबीबीएस कर चुके हैं और आगे की पढ़ाई जारी है।
दोनों भाइयों का कहना है नीट में सफलता का मुख्य श्रेय उनके माता पिता और भाई को जाता है जिनकी बदौलत से उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र को अपना कैरियर चुना। दोनों ने ही अपनी पढ़ाई डीपीएस स्कूल से की है। साथ ही रामगढ़ जिला स्कूल क्रिकेट अंडर 16 में डिस्ट्रिक्ट स्तर के खिलाड़ी रह चुके हैं। दोनों को पढ़ाई के साथ साथ खेल में भी रुचि था।