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    ड्यूटी छोड़ घरों में आराम फरमा रहे अधिकारी, कुर्सियां हैं खाली, मिथिलेश ठाकुर के औचक निरीक्षण ने खोली पोल

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Tue, 11 Jul 2023 02:16 PM (IST)

    मंगलवार को राज्य सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बगैर किसी को सूचना दिए औचक निरीक्षण पर नेपाल हाउस स्थित सचिवालय पहुंचे। इस दौरान उन्‍होंने देखा कि 80 प्रतिशत से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय से नदारद थे। ज्यादातर कुर्सियां खाली थीं। इस पर वह खूब नाराज हुए और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्‍होंने कहा कि वह समय-समय पर ऐसा करते रहेंगे।

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    औचक निरीक्षण करते झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर।

    राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अकसर सरकारी अधिकारियों और कर्मियों हमेशा बेहतर ढंग से काम करने की सलाह देते रहते हैं, लेकिन ये हैं कि मानते ही नहीं। देर से कार्यालय आना और समय समाप्त होने के पहले ही निकल जाना ज्यादातर कर्मियों की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है।

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    बगैर सूचना दिए मंत्री ने दी कार्यालय में दस्‍तक

    मंगलवार को राज्य सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर को इस कड़वी हकीकत का अहसास हुआ। मंत्री मिथिलेश ठाकुर बगैर किसी को सूचना दिए औचक निरीक्षण पर नेपाल हाउस स्थित सचिवालय पहुंचे और विभागीय कार्यालय की सच्चाई देखी। मंत्री के निरीक्षण के समय 80 प्रतिशत से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी कार्यालय से नदारद थे। ज्यादातर कुर्सियां खाली थीं।

    कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर जताई नाराजगी

    मंत्री ने चेंबर खोलकर वरीय अधिकारियों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली, तो कर्मियों ने बताया कि साहब नहीं आए हैं। अभियंता प्रमुख रघुनंदन प्रसाद भी नहीं आए थे। मंत्री के औचक निरीक्षण से हड़कंप मच गया।

    आनन-फानन में कार्यालय में मौजूद कर्मियों ने अपने सहकर्मियों को सूचना दी। मंत्री ने इस स्थिति पर गहरी नाराजगी जताई और कार्रवाई की चेतावनी दी। ड्यूटी से अनुपस्थित पदाधिकारियों और कर्मियों का कक्ष बंद करने का आदेश दे दिया।

    कार्रवाई करने की दे डाली चेतावनी

    मंत्री ने कर्मियों को स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसा नहीं चलने वाला है। सभी पदाधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस आशय का निर्देश जारी किया गया है। जल्द ही उन्हें औचक निरीक्षण का प्रतिवेदन सौंपा जाएगा।

    मंत्री ने कहा है कि वह लगातार औचक निरीक्षण करेंगे। जिलों में भी जाकर देखेंगे कि पदाधिकारी और कर्मी कार्य के प्रति कितना गंभीर हैं। उन्होंने कर्मचारियों को सुझाव दिया कि कार्यालय में समय से आने की आदत डालें।

    सरकारी कार्यालयों में रही चर्चा

    पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर के औचक निरीक्षण से अन्य विभागों के पदाधिकारियों और कर्मियों में भी हड़कंप मचा रहा है। इसकी सचिवालय में खूब चर्चा रही। कहा जा रहा है कि मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने इसकी शुरुआत की है। जल्द ही अन्य विभागों के मंत्री भी अपने कार्यालयों का निरीक्षण करेंगे।

    उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता विभिन्न अस्पतालों का अकसर औचक निरीक्षण करते हैं। स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी जिलों के दौरे में क्रम में औचक निरीक्षण करते हैं। इस दौरान लापरवाही पकड़े जाने पर पदाधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी होती है।