लोकायुक्त की सख्ती से नौ अफसरों की काली कमाई उजागर
चार माह में नौ अफसरों की काली कमाई उजागर हुई है। इनमें चार सरकारी सेवक तो सिर्फ रांची जिले के हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय के कड़े तेवर का असर दिखने लगा है। महज चार माह में नौ अफसरों की काली कमाई उजागर हुई है। इनमें चार सरकारी सेवक तो सिर्फ रांची जिले के हैं। बाकी में एक जामताड़ा, एक पलामू और एक लोहरदगा से हैं।
रांची के तत्कालीन प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी सुरेश प्रसाद का खर्च उनके वैद्य आय से 53 लाख रुपये ज्यादा है। उनके खिलाफ जांच आदेश के बाद भी 2012 से मंत्रिमंडल निगरानी विभाग मामले को दबाए हुए था। ऐसे में लोकायुक्त ने विभाग के सचिव को सशरीर अपने कार्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया। इसके बाद महकमे की चाल अचानक बदल गई। उसने एक माह में सुरेश प्रसाद की अकूत संपत्ति खोज निकाली। इनके पास आय से 66 फीसद ज्यादा संपत्ति मिली।
इसी तरह श्रम विभाग के तत्कालीन उपनिदेशक शशि भूषण प्रसाद के फाइल को भी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने ठंडे बस्ते में डाला हुआ था। लेकिन लोकायुक्त के कारण जांच ने रफ्तार पकड़ी और अफसर की आय 73 लाख तीन हजार रुपये और खर्च 94 लाख 42 हजार रुपये मिला। जो उनकी आय से 29.27 फीसद अधिक है। खलारी के आपूर्ति निरीक्षक भानु प्रताप शाही की संपत्ति उनकी आय से ढाई करोड़ रुपये से ज्यादा निकली। उनकी आय 56 लाख 41 हजार 257 रुपये है, जबकि खर्च तीन करोड़ एक लाख, 66 हजार 919 रुपये की निकली। यह आय से 435 फीसद ज्यादा है। जो अपने आप में रिकार्ड है।
इसी तरह पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता प्रमुख रहे सज्जाद हसन के पास भी आय 69 लाख 87 हजार रुपये निकली जबकि उनका खर्च 85 लाख 35 हजार रुपये सामने आया है। जो आय से 15.49 लाख रुपये ज्यादा है। इनके खिलाफ लोकायुक्त ने प्राथमिकी का आदेश दिया है। जामताड़ा के तत्कालीन कनीय अभियंता जितेंद्र प्र. सिंह के पास आय से 39.62 फीसद ज्यादा संपत्ति मिली है। लोहरदगा की तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी फरहाना खातून की आय 46 लाख 81 हजार रुपये निकली, जबकि उनका खर्च 64 लाख 53 हजार रुपये निकला। जो उनकी आय से 37.85 फीसद अधिक है ।
इन अफसरों की संपत्ति हुई उजागर:
-नारायण प्रसाद सिंह, तत्कालीन कैशियर, आरइओ, प्रमंडल रांची
-सुरेश प्रसाद, तत्कालीन प्रमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी, रांची
-भानु प्रताप अग्रवाल, आपूर्ति निरीक्षक, खलारी, रांची
-शशि भूषण प्रसाद, श्रम विभाग के तत्कालीन उपनिदेशक
-कुमार सत्यम भारद्वाज, राजस्व कर्मचारी, लापुंग, रांची
- पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अभियंता प्रमुख रहे सज्जाद हसन
-जितेंद्र प्र. सिंह, तत्कालीन कनीय अभियंता, सिंचाई प्रमंडल, जामताड़ा
-फरहाना खातून, तत्कालीन जिला शिक्षा अधीक्षक, लोहरदगा
-राजीव रंजन पांडेय, तत्कालीन लिपिक, जिला शिक्षा अधीक्षक का कार्यालय, पलामू
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