रघुवर दास के लिए क्यों खास है खरमास? सामने आई पीछे की कहानी, एक बार झारखंड में बना चुके हैं रिकॉर्ड
Jharkhand Politics झारखंड की राजनीति में पूर्व सीएम रघुवर दास ने फिर एंट्री मारी है। यहां दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने खरमास में भाजपा की सदस्यता फिर से ग्रहण की है। माना जाता है कि शुभ काम खरमास में नहीं किए जाते लेकिन उन्होंने इस मिथक को ध्वस्त कर दिया है। हालांकि पहले भी रघुवर ऐसा कर चुके हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। सामान्य तौर पर मकर संक्रांति के बाद शुभ काम आरंभ करने की परंपरा रही है। इससे पहले एक माह की अवधि को खरमास मानकर अच्छा कार्य करने के लिए बेहतर समय नहीं माना जाता।
वहीं, झारखंड भाजपा की राजनीति में फिर से सक्रिय हुए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने खरमास में ही दोबारा पार्टी की सदस्यता लेकर राजनीतिक गलियारे में इस चर्चा को जन्म दिया है कि दूसरे भले शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें, लेकिन रघुवर दास के लिए खरमास भी खास है।
हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब रघुवर दास ने इस माह में नई पारी की शुरुआत की है। इससे पहले वर्ष, 2014 के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद भाजपा ने उन्हें राज्य की कमान सौंपी थी।
रघुवर दास ने खरमास के दौरान ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी। उस वक्त भी इसे लेकर राजनीतिक खेमे में सुगबुगाहट थी कि खरमास के दौरान शपथ ग्रहण करना सही नहीं है। इसका उल्टा परिणाम हो सकता है। लेकिन रघुवर दास ने इस मिथक को ध्वस्त कर दिखाया।
उन्होंने पांच साल का टर्म पूरा किया। ऐसा करने वाले वे राज्य के पहले मुख्यमंत्री बने। रघुवर दास के तौर पर भाजपा ने राज्य में पहली बार गैर आदिवासी मुख्यमंत्री का भी प्रयोग किया।
शिबू सोरेन से मिलकर चौंकाया
- रघुवर दास का राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन से गहरा लगाव है। शनिवार को उनके जन्म दिवस पर उनसे मिलकर भी रघुवर दास ने चौंकाया।
- उल्लेखनीय है कि सीएम के पद पर रहते हुए रघुवर दास अक्सर उनसे मुलाकात करने जाते थे। वे स्वयं को शिबू सोरेन के विचारों के करीब बताते हैं।
- राज्य में पहली बार जब भाजपा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ तालमेल तक सरकार बनाया था तो शिबू सोरेन मुख्यमंत्री बने थे। रघुवर दास उक्त सरकार में उप मुख्यमंत्री थे।
राज्य सरकार पेसा कानून लागू करे : रघुवर दास
उधर, रघुवर दास रांची से जमशेदपुर जाने के क्रम में ब्लाक मोड़ स्थित पांडा होटल पहुंचे। यहां बुंडू के भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुके देकर एवं माला पहनकर स्वागत किया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जो वादा किया है उसे पूरा करे। राज्य में पेसा कानून को पूर्ण रूप से लागू करे। इसके पश्चात पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास बुंडू के प्रसिद्ध सूर्य मंदिर गए।
यहां उन्होंने भगवान सूर्य की पूजा की और राज्य के उज्जवल भविष्य की कामना की। मौके पर भाजपा के कपिल महतो, सजल कुंडू, अर्जुन महतो, राम दुर्लभ सिंह मुंडा, रोशन महतो उर्फ प्रदीप महतो, राजकुमार महतो, धीरेन महतो, कैलाश हलवाई, सुबोध मुखर्जी, गणेश कुम्हार सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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