Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Jharkhand: 'झारखंड में नहीं होने देंगे जाति जनगणना', हेमंत की पार्टी का बड़ा एलान; केंद्र के सामने रख दी एक शर्त

    Updated: Tue, 06 May 2025 08:17 PM (IST)

    झामुमो ने एलान किया है कि जब तक सरना धर्म कोड लागू नहीं होता तब तक वे झारखंड में जाति जनगणना नहीं होने देंगे। पार्टी ने 9 मई को राज्यव्यापी प्रदर्शन का भी फैसला किया है जिसमें सभी जिला मुख्यालयों पर धरना दिया जाएगा। झामुमो का कहना है कि केंद्र सरकार ने सरना धर्म कोड पर कोई निर्णय नहीं लिया है इसलिए जाति जनगणना का कोई अर्थ नहीं है।

    Hero Image
    झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन। फाइल फ़ोटो

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ऐलान किया है कि जबतक सरना धर्म कोड लागू नहीं होता तबतक पार्टी झारखंड में जाति जनगणना होने नहीं देगी।

    पार्टी के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद पांडेय ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पार्टी ने सरना धर्म कोड के समर्थन में नौ मई को राज्यव्यापी प्रदर्शन का भी निर्णय लिया है।

    इसके तहत राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय विशाल धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा।झामुमो ने सरना आदिवासी धर्म कोड को जनगणना कालम में सम्मिलित करने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोलते हुए इसका निर्णय लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पार्टी महासचिव ने कहा कि लगभग पांच वर्ष हो गए, लेकिन झारखंड अस्मिता और पहचान से जुड़ी इस मांग पर केंद्र ने अब तक कोई निर्णय नहीं लिया है। जबकि झारखंड विधानसभा ने 11 नवंबर 2020 को एक विशेष सत्र आयोजित कर सर्वसम्मति से 'सरना आदिवासी धर्म कोड' का प्रस्ताव पारित किया था।

    केंद्र सरकार को भेजा गया प्रस्ताव

    उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड के प्रस्ताव का उद्देश्य 2021 की जनगणना में सरना धर्म को एक अलग धार्मिक पहचान के रूप में मान्यता दिलाना है।

    सरना धर्म के अनुयायी प्रकृति पूजक होते हैं और वे स्वयं को हिंदू धर्म का हिस्सा नहीं मानते। इस प्रस्ताव को पारित करने के बाद, इसे केंद्र सरकार को भेजा गया ताकि जनगणना में सरना धर्म के लिए एक अलग कॉलम सम्मिलित किया जा सके। लेकिन जब पहचान की नहीं रहेगी तो जातीय जनगणना कराने का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।

    झामुमो महासचिव ने पार्टी के सभी जिला अध्यक्षों, सचिवों, संयोजकों, महानगर इकाइयों और केंद्रीय समिति के पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने जिलों में इस विरोध कार्यक्रम की पूरी तैयारी करें और कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करें।

    यह भी पढ़ें-

    झामुमों में रामदास सोरेन को मिली बड़ी जिम्मेदारी, कुणाल को मिला BJP छोड़ JMM में आने का गिफ्ट