'आदिवासी नायकों के सम्मान से खिलवाड़ कर रहा JMM', अजय साह ने हेमंत सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
भाजपा नेता अजय साह ने झामुमो पर आदिवासी नायकों का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय करने को राजनीतिक नाटक बताया। साह ने झामुमो पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पुल का नाम शिबू सोरेन के नाम पर रखा आदिवासी नायकों को दरकिनार कर दिया।

राज्य ब्यूरो, रांची। श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर वीर बुधु भगत विवि रखे जाने को भाजपा ने राजनीतिक नौटंकी बताया है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने शुक्रवार को प्रेस बयान में कहा कि कैबिनेट का यह निर्णय न केवल एक देशभक्त महापुरुष का अपमान है, बल्कि राज्य के आदिवासी नायकों के सम्मान के साथ भी एक खिलवाड़ है। सत्ता मद में झामुमो को न तो देश की चिंता है और न ही राज्य के आत्मसम्मान की परवाह।
परिवारवाद का आरोप
बीजेपी प्रवक्ता ने सरकार पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि जब मयूराक्षी नदी पर राज्य का सबसे बड़ा पुल बना तो उसका नाम आदिवासी नायक बाबा तिलका मांझी के नाम पर न रखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने पिता शिबू सोरेन के नाम पर रख दिया।
इसी तरह धोती-साड़ी योजना को भी मुख्यमंत्री ने अपने दादा-दादी सोना सोबरन के नाम से जोड़ दिया, जबकि आदिवासी समाज के महानायकों को दरकिनार कर दिया गया।
अजय साह ने आगे कहा कि भाजपा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और वीर बुधू भगत दोनों को समान रूप से सम्मान देती है। अगर झामुमो वास्तव में वीर बुधु भगत का सम्मान करता है तो मयूराक्षी नदी पर बने शिबू सोरेन पुल का नाम बदलकर वीर बुधु भगत करके दिखाए।

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