Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jharkhand Weather: बंगाल से आ रही टेंशन, झारखंड में अगले पांच दिनों तक होगी भारी बारिश; किसान जल्द कर लें ये काम

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 07:29 AM (IST)

    Aaj Ka Mausam रांची और आसपास के जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ। निचले इलाकों में जलजमाव से परेशानी हुई और यातायात बाधित रहा। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है और किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कई जिलों के लिए यलो और ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, रांची। राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में गुरुवार को सुबह से ही काले बादल उमड़-घुमड़ रहे थे और दोपहर करीब 3:30 बजे अचानक हुई भारी वर्षा ने पूरी रांची को पानी-पानी कर दिया।

    निचले क्षेत्रों में जहां जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई वहीं, करीब एक घंटे तक शहर में आवागमन भी प्रभावित रहा। जगह-जगह हुए जलजमाव ने आमजनों की परेशानी बढ़ा दी तो दो पहिया वाहनों का चलना भी मुश्किल हो गया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव का क्षेत्र सुबह 8:30 बजे से बनना शुरू हो गया था, जिसका असर रांची व आसपास के जिलों में देखने को मिला। इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से झारखंड के कुछ जिलों में अगले पांच दिनों के दौरान भारी वर्षा होने की संभावना जताई जा रही है।

    किसानों से भी अपील की गई है कि वे सतर्क रहें और आवश्यक सावधानी बरतें। इस दौरान बिजली गिरने और 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवा के बहने की भी संभावना है।

    वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान की बात करें तो 25 जुलाई को राज्य के रांची, देवघर, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, हजारीबाग, कोडरमा, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, रामगढ़, खूंटी, बोकारो और धनबाद में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।

    इन जिलों में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, 26 जुलाई को भी इन जिलों में भारी वर्षा होने को ले ऑरेंज अलर्ट जबकि, 27 और 28 जुलाई को भारी वर्षा के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

    किसानों को दिए गए दिशा-निर्देश 

    • फल एवं सब्जियों की खेती करने वाले किसान जलनिकासी की उचित व्यवस्था कर लें।
    • लतर वाली सब्जियों के पके फल एवं सब्जियों की तुड़ाई कर लें एवं उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखें।
    • सब्जियों की नर्सरी में जलजमाव के कारण खड़ी फसल में रोग का प्रसार बढ़ सकता है, इसे कम करने के लिए गिरे हुए फलों को हटा दें।
    • फलों का झरना एवं फलों पर दाग लगने की स्थिति में छिड़काव करने के लिए साफ मौसम होने का इंतजार करें।
    • गरमा मक्का की कटाई कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखें।
    • बोई गई दलहनी एवं तिलहनी फसलों में जलजमाव होने न दें।
    • मवेशियों को खुले में न छोड़ें, मौसम की स्थिति देखकर ही उन्हें बाहर ले जाएं।
    • खेतों में डोभा के निर्माण के माध्यम से जल संरक्षण के माध्यम से वर्षाजल का प्रबंधन कर लें।

    ऐसा रहा मौसम 

    पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो पूरे राज्य में मानसून की गतिविधि सामान्य बनी रही। लगभग सभी स्थानों पर मेघगर्जन के साथ हल्की व मध्यम दर्जे की वर्षा रिकॉर्ड की गई जबकि, कहीं-कहीं भारी वर्षा हुई है।

    सबसे अधिक वर्षा 116.2 मिमी गढ़वा में रिकॉर्ड की गई। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस चाईबासा का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस लातेहार का रिकॉर्ड किया गया।

    वहीं, राजधानी रांची का अधिकतम 31.8 डिग्री जबकि न्यूनतम 23.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

    यह भी पढ़ें-

    झारखंड की राजधानी रांची समेत दूसरे जिलों के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।