Jharkhand Weather Today: झारखंड में 19 जनवरी से मौसम बिगड़ने का अलर्ट जारी, अगले 72 घंटे तक मिलेगी राहत
Jharkhand Weather झारखंड की राजधानी रांची के आसपास के जिलों में ठंड से लोगों का बुरा हाल है। हालांकि अगले 72 घंटों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। तीन दिन तक मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगालेकिन 19 जनवरी से मौसम का मिजाज बदल सकता है। 16 जनवरी को हल्के या मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रहेगा।

जागरण संवाददाता, रांची। Jharkhand Weather News Hindi: झारखंड की राजधानी रांची समेत पूरे राज्य के मौसम में पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान में लगातार बदलाव देखने को मिला। आसपास के क्षेत्रों में रांची की भौगोलिक स्थिति सबसे ऊंची है। इस कारण बंगाल की खाड़ी में गतिविधि हो या फिर पश्चिमी विक्षोभ का असर, रांची का मौसम बदलने लगता है।
विशेषकर न्यूनतम तापमान में पर इसका सीधा असर पड़ता है। वहीं दूसरी ओर बुधवार को मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने जो पूर्वानुमान जारी किया है उसके अनुसार अगले पांच दिनों तक राजधानी समेत पूरे राज्य के मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। न्यूनतम तापमान में बहुत कम अंतर ही देखने को मिलेगा इसलिए, बेफिक्र रहें और मौसम का आनंद लें।
16 जनवरी को राज्य में कहीं कहीं हल्के या मध्यम दर्जे का कोहरा छाया रहेगा इसके बाद आंशिक बादल का असर बना रहेगा। वहीं 17 से 18 जनवरी तक सुबह में कोहरा या धुंध इसके बाद आसमान मुख्यत: साफ रहेगा।
19 जनवरी से झारखंड में बदलेगा मौसम का मिजाज
19 जनवरी तक राज्य में कोहरा और आंशिक बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग ने कोहरा या धुंध के बढ़ते असर को देखते हुए वाहन चालकों से सावधानी बरते जाने की सलाह दी है। बताया गया कि राज्य के अधिकांश जिलों में कोहरा छाए रहने की स्थिति में वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है।
वाहन चलाते समय सावधानी बरतें, तेज गति से वाहन न चलाएं। बचाव और दूसरों को सतर्क करने के लिए इंडिकेटर का हमेशा प्रयोग करें। पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में मौसम शुष्क बना रहा।
सबसे अधिक अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस सरायकेला का जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस हजारीबाग का रिकार्ड किया गया। राजधानी रांची का अधिकतम 24.1 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 10.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
क्यों तापमान में आती है गिरावट
बंगाल की खाड़ी की गतिविधियों के कारण और पश्चिमी विक्षोभ के कारण जब बादल संघनन की प्रक्रिया तेजी से होती है तब रांची के मौसम में त्वरित परिवर्तन आता है। न्यूनतम तापमान बढ़ने लगता है वहीं उत्तर पश्चिमी क्षेत्रों से जब ठंडी हवा बहने लगती है और आसमान साफ रहता है तो न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगती है।
रांची बंगाल, ओडिशा या फिर उत्तरप्रदेश के समतल क्षेत्र को मिला लें तो रांची और आसपास के क्षेत्रों की ऊंचाई सबसे अधिक है। इस कारण पर्यावरण का सबसे पहला असर रांची में ही देखने को मिलता है। अभिषेक आनंद, वरीय विज्ञानी, मौसम विज्ञान केंद्र रांची।
चिकित्सक ने दी ये सलाह
जनरल फिजिशियन डा. रत्नेश दूबे कहते हैं कि बदलते मौसम में सेहत और खान-पान का विशेष रूप से ख्याल रखें। फास्ट फूड से परहेज करें। न्यूनतम तापमान में उतार चढ़ाव का सीधा असर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर पड़ता है। इसकी चपेट में सिर्फ बच्चे या बुजुर्ग ही नहीं बल्कि कामकाजी लोग भी आते हैं। गुनगुना पानी पीते रहें और बाहर निकलने से पूर्व खाद्य पदार्थ ग्रहण करें और गर्म कपड़े अवश्य पहन कर निकलें।

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