कृषि महाविद्यालयों के लिए नहीं मिले योग्य शिक्षक, JPSC ने लगभग ढाई साल बाद रद की नियुक्ति प्रक्रिया
रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत कृषि महाविद्यालयों में सह प्राध्यापक सह वरीय वैज्ञानिक के बैकलॉग पदों पर नियुक्ति के लिए योग्य अभ्यर्थी न ...और पढ़ें

कृषि महाविद्यालयों के लिए नहीं मिले योग्य शिक्षक
राज्य ब्यूरो, रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची के अंतर्गत संचालित कृषि महाविद्यालयों में सह प्राध्यापक सह वरीय वैज्ञानिक के बैकलॉग पदों पर नियुक्ति के लिए योग्य अभ्यर्थी नहीं मिले।
इस कारण झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने लगभग ढाई वर्ष बाद इस नियुक्ति प्रक्रिया को रद कर दिया। एसटी के लिए आरक्षित छह पदों पर नियुक्ति के लिए मई 2003 में ही विज्ञापन जारी कर आवेदन मंगाए गए थे।
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत जिन कृषि महाविद्यालयों में नियुक्ति होनी थी, उनमें कृषि महाविद्यालय, गढ़वा, तिलका मांझी कृषि महाविद्यालय, गोड्डा तथा रबींद्रनाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय, देवघर सम्मिलित हैं।
इन कृषि महाविद्यालयों में छह विभागों प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स, प्लांट पैथोलॉजी, एंटेमोलॉजी, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स तथा एग्रोनॉमी में एक-एक पदों पर नियुक्ति होनी थी। इनमें एग्रोनॉमी विभाग के लिए एक अभ्यर्थी ने आवेदन किया था, जो योग्य नहीं पाया गया।
इधर, झारखंड लोक सेवा आयोग ने सहायक लोक अभियोजक (एपीपी) नियुक्ति प्रारंभिक परीक्षा का माडल उत्तर प्रकाशित कर दिया है। आयोग ने इसपर अभ्यर्थियों से 24 दिसंबर तक आपत्तियां मांगी हैं।
यह प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर को रांची जिले के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित की गई थी। इसकी नियमित नियुक्ति की प्रारंभिक परीक्षा 20 दिसंबर को होनी है। इसके लिए भी रांची में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
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