Jharkhand School Teacher: झारखंड में शिक्षकों की छुट्टी पर रोक, रोज आना होगा स्कूल; सामने आई ये वजह
दसवीं एवं 12वीं परीक्षाओं से पहले प्रदेश के शिक्षक छुट्टी नहीं ले सकेंगे। छात्रों के बेहतर प्रदर्शन के लिए विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने सभी की छुट्टी पर रोक लगा दी है। इस दौरान शिक्षकों को रोज स्कूल आना होगा। स्कूल में सी और डी ग्रेड वाले बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। साथ ही मॉक टेस्ट भी होगा।
राज्य ब्यूरो, रांची। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने अगले माह आयोजित होने वाली दसवीं एवं 12वीं की परीक्षा को लेकर माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के अवकाश पर रोक लगा दी है। शिक्षक बिना पूर्व अनुमति के अवकाश पर नहीं जा सकेंगे।
बच्चे परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकें और विद्यालयों का शत-प्रतिशत परिणाम हो, इसे लेकर शिक्षक अपने-अपने विषय के सिलेबस का रिवीजन बच्चों को कराएंगे।
स्कूलों में होंगे मॉक टेस्ट
- विभाग के सचिव उमाशंकर सिंह ने इसे लेकर आदेश जारी किया है। उन्होंने बेहतर परिणाम के लिए स्कूलों में मॉक टेस्ट आयोजित करने तथा कमजोर बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।
- सचिव ने दसवीं एवं 12वीं परीक्षा को लेकर हुए प्री टेस्ट के रिजल्ट के आधार पर छात्र-छात्राओं के ए, बी, सी तथा डी ग्रेडिंग के निर्देश दिए हैं।
विशेष कक्षाओं का आयोजन होगा
इसमें सी और डी ग्रेड वाले बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। सचिव ने कहा है कि प्री टेस्ट का परिणाम संतोषजनक नहीं है। रिजल्ट बेहतर करने के लिए जनवरी में मॉडल टेस्ट और विशेष कक्षाओं का आयोजन किया जाए।
अंग्रेजी, विज्ञान और गणित विषयों पर विशेष जोर दिया जाए। स्कूलों में छात्र-छात्राओं के छोटे-छोटे ग्रुप बनाकर उसकी जिम्मेदारी अलग-अलग शिक्षकों को दी जाए।
छात्रों के संपर्क में रहेंगे शिक्षक
शिक्षक सिलेबस का रिवीजन पूरी निष्ठा के साथ करें। शिक्षक लगातार बच्चों के संपर्क में रहेंगे और स्कूलों में बच्चों की हर दिन उपस्थिति सुनिश्चित कराएंगे। हर विषय के ऐसे चैप्टर जिससे संभावित प्रश्न अधिक पूछे जाते हैं उसके प्रश्न तैयार कर बच्चों को लगातार अभ्यास कराएं।
जैक बोर्ड की परीक्षा के आयोजन के पूर्व हर दिन सुबह 10 बजे से 12 बजे तक विषयवार परीक्षा मॉडल टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। शिक्षक जैक पैटर्न के मॉडल प्रश्न आधारित विषयवार 150-200 बहुउत्तरीय प्रश्न तैयार करेंगे।
हर दिन एक विषय का 10वीं व 12वीं के बच्चे एक साथ उत्तर देंगे। शिक्षक हार्ड स्पोर्ट चैप्टर प्वाइंट को चिन्हित कर बच्चों को लगातार अभ्यास कराना सुनिश्चित करेंगे। इसे लेकर उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं।
खराब रिजल्ट पर शिक्षकों के विरुद्ध होगी अनुशासनिक कार्रवाई
शिक्षा सचिव ने निर्देश दिया है कि जिले से लेकर प्रखंड स्तर के अधिकारी इसकी निगरानी करेंगे। विषयवार शिक्षकों की जवाबदेही होगी कि बच्चे उनके विषय में शत प्रतिशत उत्तीर्ण हों। रिजल्ट खराब होने की स्थिति में जवाबदेही तय करते हुए लापरवाह शिक्षकों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई शुरू की जाएगी।
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