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    झारखंड में नदियां उफनाईं, पतरातू डैम का फाटक खुलेगा, कांके डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचा

    By M EkhlaqueEdited By:
    Updated: Sun, 21 Aug 2022 04:12 PM (IST)

    Jharkhand News झारखंड में नदियों और डैम का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। कांके डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। एक फाटक खोल दिया गया है। पतरातू डैम का फाटक खोलने की कवायद चल रही है। रूक्का डैम और मिरचईया जलप्रपात का जलस्तर बढ़ रहा है।

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    Jharkhand Weather Alert: कांके डैम का फाटक खोला गया। पतरातू डैम का फाटक खोलने की तैयारी।

    रांची, जागरण संवाददाता। Jharkhand Rivers Water Level झारखंड में लगातार झमाझम बारिश के कारण नदियां उफना गई हैं। डैम का जलस्तर बढ़ गया है। कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कई जगह नदियों व डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। निचले इलाकों को डूबने से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। राजधानी रांची के कांके डैम का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया है। शनिवार सुबह 10 बजे कांके डैम का एक फाटक खोल दिया गया है। तभी से पानी बहाया जा रहा है। रविवार को भी पानी बहाने का सिलसिला जारी है। डैम के कर्मचारियों ने दैनिक जागरण को बताया कि तीन बार सायरन बजा कर लोगों को इलाका खाली करने की सूचना दी गई है। डैम के पास रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने को कहा गया है। जब तक पानी बहा नहीं दिया जाता। डैम का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे नहीं पहुंच जाता फाटक बंद नहीं किया जाएगा। कांके डैम का अधिकतम जलस्तर 21 फीट है। फिलहाल रांची जिला अंतर्गत कांके डैम ही एकमात्र डैम है, जिसका जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है।

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    रूक्का डैम की निगरानी कर रहे कर्मचारी

    उधर, रूक्का डैम का फाटक कभी भी खोला जा सकता है। यहां भी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। यहां का जलस्तर 21.32 फीट रिकार्ड किया गया है। रूक्का डैम के कर्मचारियों ने बताया कि लगातार निगरानी की जा रही है। जैसे ही जलस्तर खतरे के निशान को पार करेगा, फाटक खोलकर पानी बहा दिया जाएगा। इससे पूर्व लोगों को सूचित किया जाएगा। कर्मचारियों ने लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है। भारी बारिश के कारण यहां भी जलस्तर बढ़ रहा है। लातेहार जिले के मिरचईया फाल का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां भी प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड में है।

    सरायकेला में 1600 लोग सुरक्षित निकाले गए

    उधर, सरायकेला खरसावां जिले में झमाझम बारिश के कारण कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम जारी है। अभी तक करीब 1600 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिए जाने की सूचना है। इन प्रभावितों को अगल अगल कैंप में रखा गया है। प्रशासन की ओर से इनको चूड़ा, चीनी, ब्रेड, केला आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रशासन की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। इलाकों की लगातार निगरानी की जा रही है। सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी प्रशासन मदद ले रहा है। आदित्यपुर नगर निगम और सरायकेला नगर पंचायत की ओर से लोगों को कैंप में पहुंचाया गया है।

    पतरातू डैम का फाटक खोलने की है तैयारी

    उधर, रामगढ़ जिले में लगातार बारिश के कारण पतरातू डैम का जलस्तर अचानक से बढ़ गया है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। डैम का पानी स्थिर है। जरूरत पड़ने पर प्रशासन ने डैम के एक फाटक को एक या आधा इंच खोलने की तैयारी कर रखी है। संपदा पदाधिकारी आरके निराला ने बताया कि शनिवार शाम तक पतरातू डैम का जलस्तर 1326 आर एल पार कर चुका था। बारिश की संभावना को देखते हुए कभी भी डैम के फाटकों को खोलने की तैयारी है। स्थिति को देखते हुए उपायुक्त समेत अन्य सभी संबंधित पदाधिकारियों फाटक खोले जाने की सूचना भेजी जा चुकी है। संपदा पदाधिकारी ने बताया कि 1327 आर एल पहुंचने के बाद नलकारी नदी व डैम के अन्य जल स्रोतों के बहाव को देखते हुए फाटकों को खोला जा सकता है।