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    Birsa Munda: पुण्‍यतिथि पर याद किए गए भगवान बिरसा मुंडा, CM हेमंत सोरेन ने दी श्रद्धांजलि

    Birsa Munda. शारीरिक दूरी और मास्क लगा कर भगवान बिरसा के समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा मात्र 25 वर्ष की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए थे।

    By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Tue, 09 Jun 2020 03:18 PM (IST)
    Birsa Munda: पुण्‍यतिथि पर याद किए गए भगवान बिरसा मुंडा, CM हेमंत सोरेन ने दी श्रद्धांजलि

    रांची, जासं। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को उनकी 120वीं पुण्यतिथि पर झारखंड उन्‍हें याद कर रहा है। मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्‍हें नमन किया। सीएम ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के अधिकार के लिए संघर्ष करने वाले धरती आबा ने देश के लिए अपनी जान दे दी। उनका समर्पण और बलिदान प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करता रहेगा। उनकी जन्मस्थली अड़की प्रखंड अंतर्गत ग्राम उलिहातु के बिरसा ओड़ा में ग्रामीण पारंपरिक रीतिरिवाज से पूजा-अर्चना कर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। इधर, कोकर स्थित उनके समाधि स्थल पर विभिन्न संगठनों की ओर से श्रद्धांजलि देने का सिलसिला शुरू हो गया। अलग-अलग संगठन और समाज के विभिन्न वर्गों से लोग समाधि स्थल पर पहुंच रहे हैं। शारीरिक दूरी और मास्क लगा कर भगवान बिरसा की समाधि स्थल पर माल्यार्पण किया जा रहा है।

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    भगवान बिरसा मुंडा मात्र 25 वर्ष की उम्र में देश के लिए शहीद हो गए थे। अंग्रेजों के द्वारा जेल में ही जहर देकर उन्हें मार दिया गया था। भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। राष्ट्रीय युवा शक्ति की ओर से दीप जलाकर धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धा सुमन अर्पित किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष उत्तम यादव, सावन लिंडा, अंकित सा, नितेश वर्मा, विक्की लिंडा, विक्की कच्छप, उपस्थित रहे।

    मुख्‍यमंत्री ने कहा कि यह भगवान बिरसा का उलगुलान ही है जो हर दिन, हर घड़ी हमें अपने अधिकारों की रक्षा करने की शक्ति देता है। यह धरती आबा का अबुआ दिशोम अबुआ राज ही है जो झारखण्डवासियों को अपने सम्मान के लिए प्रेरित करता रहता है।

    जन्मस्थली उलिहातु में सुबह सबसे पहले बिरसा मुंडा के प्रपौत्र सुखराम मुंडा एवं जेठा पहान व गोलगा मुंडा ने बिरसा मुंडा की प्रतिमा को नहला-धुलाकर तुलसी पानी का छिड़काव कर शुद्धीकरण किया गया। इसके बाद सुखराम मुंडा सहित उनके परिजनों व ग्रामीणों ने एक-एक कर भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। हर वर्ष इस अवसर पर उलिहातु गांव में मेला जैसा माहौल रहता था लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते भीड़भाड़ न करते हुए सादगीपूर्ण वातावरण में बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि मनाए जाने की फैसला लिया गया।

    बिरसा मुंडा प्रतिमा निर्माण समिति के सदस्यों ने पुराने जेल परिसर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के कक्ष में बने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सभी सदस्यों ने भगवान बिरसा मुंडा के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। समिति के अध्यक्ष रवि मुंडा ने बताया कि हर वर्ष समिति के सदस्य भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हैं। ज्ञात हो कि समिति के सदस्यों के द्वारा ही भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा भगवान बिरसा मुंडा के कष्ट पर स्थापित की गई थी। इस मौके पर रवि मुंडा, ओम वर्मा, रोशन मुंडा इत्यादि उपस्थित थे।