Jharkhand Politics: झारखंड में नए प्रयोग की तैयारी में जुटी BJP,इस दिग्गज को मिल सकती है प्रदेश की कमान
रघुवर दास का ओडिशा के राज्यपाल पद से इस्तीफा देना बीजेपी के किसी नए प्रयोग की तरफ इशारा कर रहा है। संगठनात्मक बदलाव को लेकर मंथन के बीच बीजपी रघुवर दास को प्रदेश की कमान सौंप सकती है। पूर्व सीएम 14 माह तक राज्य की राजनीति से दूर थे। वहीं बाबूलाल मरांडी को भाजपा विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है।

प्रदीप सिंह, रांची। झारखंड में हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाली भाजपा में एक बार फिर प्रयोग का सिलसिला आरंभ होगा। पार्टी में संगठनात्मक बदलाव को लेकर मंथन हो रहा है। रघुवर दास समेत कई नाम नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर चर्चा में हैं। हर बार हार के बाद भाजपा झारखंड में नेतृत्व परिवर्तन करती रही है। फिर यह प्रक्रिया दोहराई जानी है।
- पार्टी में अभी रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी से लेकर सभी वरिष्ठ नेताओं की नई भूमिका तय हो रही है।
- वर्तमान परिस्थिति में माना जा रहा है कि रघुवर दास प्रदेश अध्यक्ष और बाबूलाल मरांडी भाजपा विधायक दल के नेता बनाए जा सकते हैं।
- वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद बाबूलाल मरांडी को इसी मुहिम के तहत पार्टी में लाया गया था कि वे तारणहार बनेंगे।
बाबूलाल मरांडी ने अपने दल झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) का विलय भाजपा में कर दिया। इसके बाद उनके हाथ में पार्टी की कमान दी गई। उन्होंने भाजपा को फिर से सत्ता में वापस लाने के लिए खूब मेहनत भी की। प्रदेश भर का दौरा कर कार्यकर्ताओं को लामंबद करने की कोशिश उन्होंने की। ज्वलंत मसलों पर भी वे लगातार आक्रामक रहे।
आदिवासी सुरक्षित सीटों पर हार के बाद उठे सवाल
लोकसभा चुनाव में सभी पांच आदिवासी सुरक्षित सीटों पर हार के बाद उनके नेतृत्व को लेकर सवाल उठने शुरू हुए, लेकिन पार्टी ने उनपर भरोसा बनाए रखा। इससे पहले मरांडी को फ्री हैंड देने के उद्देश्य से पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को राज्यपाल बनाकर ओडिशा भेजा गया। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा केंद्रीय राजनीति में सक्रिय रहे।
शीर्ष नेतृत्व को लेकर मंथन
विधानसभा चुनाव के बाद फिर से पुरानी पटकथा दोहराई जा रही है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में इस बात को लेकर मंथन चल रहा है कि नए सिरे ऊर्जा का संचार करने के लिए कमान में परिवर्तन किया जाए। यही वजह है कि एक बार फिर रघुवर दास पर सबकी निगाहें हैं।
नई भूमिका के लिए तैयार रघुवर दास
रघुवर दास ने ओडिशा के राज्यपाल पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। गुरुवार को उनके स्वागत में जिस प्रकार रांची में समर्थकों और कार्यकर्ताओं का जुटान हुआ, उससे भाजपाई उत्साहित हैं।
उन्हें लग रहा है कि रघुवर दास हार के बाद निस्तेज हुई पार्टी में जान फूंक सकते हैं। रघुवर दास भी नई भूमिका के लिए तैयार दिखते हैं। उन्होंने कह दिया है कि वे केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दी गई हर जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हैं।
अर्जुन मुंडा की भी तय होगी जिम्मेदारी
यह भी देखना होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा का प्रयोग भाजपा किस स्तर पर करती है। वे लोकसभा का चुनाव हार चुके हैं। उनके व्यापक अनुभव को देखते हुए उन्हें संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
अर्जुन मुंडा भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री के साथ आदिवासी बहुलता वाले उत्तर पूर्वी राज्यों का कामकाज देख चुके हैं। ऐसे में आलाकमान के निर्णय पर उनका आगे का राजनीतिक सफर तय होगा।
ये भी पढ़ें
Raghubar Das: 'मेरी चिता पर भी...', रघुवर दास ने बताई अपनी इच्छा; PM मोदी का भी लिया नाम
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।