Jharkhand Politics: झारखंड में बगैर नेता के कांग्रेस विधायक दल, मानसूत्र सत्र में भी चुने जाने की संभावना नहीं
Jharkhand News 26 जुलाई से झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र की शुरुआत होगी लेकिन अभी तक कांग्रेस विधायक दल के नेता के चयन को लेकर कोई सुगबुगाहट नहीं है। ऐसा ही रहा तो विधायक दल के नेता का चयन अब अगले सत्र में ही होगा। पिछले विधानसभा में झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता के तौर पर आलमगीर आलम का चयन हुआ था लेकिन वह अब जेल में हैं।

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता का चयन एक बार फिर टलता दिख रहा है। 26 जुलाई से मानसून सत्र की शुरुआत होगी लेकिन अभी तक इसकी कोई सुगबुगाहट नहीं है। ऐसा ही रहा तो कांग्रेस विधायक दल के नेता का चयन अब अगले सत्र में ही होगा।
तब तक विधानसभा चुनाव भी हो चुका रहेगा और नए लोगों के बीच से किसी एक का चुनाव होगा। अभी किसी को नेता चुनने से आलाकमान भी परहेज कर रहा है। इसके पीछे दो कारण है।
अभी चयन करने पर विवाद की संभावना
पहला कारण यह कि किसी का भी नाम सामने आते ही विवाद शुरू होने की संभावना है और फिर तीन महीने में ही नए विधायक चुनकर आ जाएंगे, जिनके बीच से विधायक दल के नेता का चयन होगा। ऐसे में एक ही काम दो बार करने और इस बीच विवाद को जन्म देने से बचने की कोशिश की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जीए मीर मंगलवार को यहां आएंगे। इसमें इसपर चर्चा संभव है, लेकिन इस दौरान विधायक दल का नेता चुने जाने की संभावना नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, विवाद से बचने के लिए ऐसा किया गया है। दूसरी ओर, नए विधानसभा के गठन के साथ ही कांग्रेस नए नेता का चुनाव कर लेगी।
गाैरतलब है कि पिछले विधानसभा में झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता के तौर पर आलमगीर आलम का चयन हुआ था। मनी लांड्रिंग मामले में उनके जेल जाने के बाद से यह पद खाली है।
पार्टी आलाकमान के निर्देश पर उन्होंने ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से एक साथ ही इस्तीफा दिया था। तब से ही झारखंड में कांग्रेस विधायकों का नेतृत्वकर्ता कोई नहीं रह गया है।

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