Jharkhand Paper Leak Case: मैट्रिक पेपर लीक मामले में आया बड़ा अपडेट, जांच अधिकारियों तक पहुंचा DGP का नया निर्देश
झारखंड मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक मामले में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पुलिस मुख्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। उन्होंने कोडरमा व गढ़वा जिले में पूरे मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने निर्देश दिया है कि झारखंड एकेडेमिक काउंसिल (जैक) से प्रश्न पत्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाई जाने वाली पूरी प्रक्रिया को समझें।

राज्य ब्यूरो, रांची। मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक मामले में डीजीपी अनुराग गुप्ता ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।
उन्होंने कोडरमा व गढ़वा जिले में पूरे मामले की जांच कर रहे अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया है।
डीजीपी ने निर्देश दिया है कि झारखंड एकेडेमिक काउंसिल (जैक) से प्रश्न पत्रों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाई जाने वाली पूरी प्रक्रिया को समझें, ताकि यह पता लगाया जा सके कि पेपर लीक कहां से हुआ।
उन्होंने बरामद डिजिटल उपकरणों की जांच का भी निर्देश दिया है, जिससे इस पूरे प्रकरण के मुख्य साजिशकर्ता को चिह्नित किया जा सके।
आगे की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की
- डीजीपी ने राज्य में मैट्रिक परीक्षा पेपर लीक मामले की वर्तमान स्थिति, जांच में हुई प्रगति और आगे की रणनीति पर विस्तृत चर्चा की।
- उन्होंने परीक्षा की निष्पक्षता, पेपर लीक मामले की जांच में पारदर्शिता व निष्पक्षता बनाये रखने पर बल दिया।
- इसके लिए डीजीपी ने सभी संबंधित पदाधिकारियों को समयबद्ध तरीके से कार्रवाई करने व इस मामले के अनुसंधान में डिजिटल तकनीकी उपकरणों का उपयोग कर गहराई से जांच करने को कहा है।
जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का निर्देश
दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए भी निर्देशित किया गया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके, परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक निष्पक्ष व सुरक्षित बनाया जा सके, इससे संबंधित उपायों पर अधिकारियों ने विस्तृत रूप से चर्चा की है।
डीजीपी की इस समीक्षा बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आइजी सीआइडी असीम विक्रांत मिंज, डीआइजी हजारीबाग संजीव कुमार, डीआइजी पलामू वाई. एस रमेश के अलावा गढ़वा व कोडरमा के एसपी उपस्थित थे।
जैक पेपर लीक का अबतक नहीं मिला सुराग
जैक बोर्ड दसवीं की दो विषयों हिंदी और विज्ञान का प्रश्नपत्र लीक मामले में पुलिस को अभी तक कोई सुराग हासिल नहीं हुआ है।
पुलिस की अबतक की कार्रवाई में वही लोग हाथ लगे हैं, जिन्होंने लीक पेपर को इनटनेट मीडिया में शेयर या वायरल किया।
इस मामले में अभी तक दो को गिरफ्तार करने क बाद पुलिस पांच दिनों के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं वायरल प्रश्नपत्र के बारकोड से भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वायरल प्रध्नपत्र किस जिले अथवा सेंटर का है।
वैसे प्रश्नपत्र का क्रमांक वायरल प्रश्नपत्र में नहीं है। इससे पुलिस की मुश्किल बढ़ी हुई है। दूसरी और कोडरमा जिला प्रशासन की तरफ से मामले की जांच कर जैक को रिपोर्ट भेज दी गई है के पेपर कोडरमा से लीक नहीं हुआ है।
कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पायी
इधर, पुलिस प्रश्नपत्र को शेयर करनेवाले कई लोगों को हिरासत में लेकर अबतक पूछताछ कर चुकी है, लेकिन इनके पास से कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पायी।
मंगलवार को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा है। इसके प्रश्नपत्र के संबंध में भी कई तरह की अफवाहें चल रही है।
कोडरमा जिला प्रशासन से छात्रों से ऐसी किसी तरह की अफवाह में पड़ने की बजाय परीक्षा की तैयारियों पर फोकस करने की अपील की है।
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