रांची, जासं। Jharkhand News पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड सरकार और राजभवन के बीच बहुत ही महत्वपूर्ण विषय- ट्रैवल एडवाइजरी काउंसिल एवं नगर निकाय चुनाव आदि पर तनातनी जारी है। दोनों ही मामले संविधान और भारत के राष्ट्रपति के गरिमा एवं प्रतिष्ठा के साथ जुड़े हुए हैं। दोनों ही मामलों पर संविधानसम्मत सुधार की अविलंब जरूरत है। इस संदर्भ में झारखंड के राज्यपाल चाहे तो झारखंड सरकार को अनुच्छेद 356 लागू करने के पूर्व एक शो काउज जारी कर सकते हैं। अन्यथा झारखंड में कांस्टीट्यूशनल ब्रेकडाउन की स्थिति बन सकता है।

ईसाई मिशनरियों पर लगाम लगाना जरूरी

उन्होंने कहा कि ईसाई बने आदिवासी अभी असली आदिवासियों के लिए खतरे की घंटी है। साथ ही देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। अतः इनका डीलिस्टिंग जरूरी है। ईसाई मिशनरियों पर लगाम लगाना जरूरी है।

मतांतरण जनजाति परंपरा पर प्रहार

उन्होंने कहा कि जो खुद सरना धर्म त्याग दिया है उसे जनजाति सूची से अविलंब हटा देना चाहिये। जबतक जनजाति सूची से बाहर नहीं निकाला जाता मतांतरण पर रोक नहीं लग सकता है। मतांतरण जनजाति परंपरा पर प्रहार है, समाज को इसे समझने की जरूरत है।

Edited By: Sanjay Kumar