Jharkhand Politics: 'चुनाव में हमारा परिणाम संतोषजनक नहीं', झारखंड कांग्रेस प्रभारी के नए बयान से तेज हुई सियासत
झारखंड में सियासी पारा हाई हो गया है। झारखंड में कांग्रेस का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है यह बात प्रदेश प्रभारी के राजू ने कही है। उन्होंने संगठन की कमजोरियों को रेखांकित करते हुए सुधार के लिए कदम उठाने की बात कही है। राजू ने कहा कि भले ही विधायकों की संख्या बरकरार रह गई है लेकिन पार्टी का परिणाम संतोषजनक नहीं है।
राज्य ब्यूरो, रांची। पुराने विधानसभा के सभागार में बुधवार को संगठन सृजन 2025 अभियान के तहत प्रदेश कांग्रेस कमेटी का पांच दिवसीय मंथन कार्यक्रम के दौरान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के राजू ने संगठन की कमजोरी को रेखांकित करते हुए सुधार के लिए कदम उठाए जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि भले ही विधायकों की संख्या बरकरार रह गई है, लेकिन प्रदेश में पार्टी का परिणाम संतोषजनक नहीं है। बुधवार को दो सत्रों आयोजित बैठक में के. राजू बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
राजू ने व्यापक सुधार पर दिया बल
राजू ने पिछले चुनाव के दौरान प्राप्त मत प्रतिशत तथा सामाजिक समीकरणों के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में प्राप्त वोट शेयर और स्ट्राइक रेट को सामने रखकर कारणों की चर्चा करते हुए व्यापक सुधार पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि हमारा परिणाम संतोषजनक नहीं है और यह एक बड़ी चुनौती है। हमें इस पर विचार कर कार्य प्रणाली में सुधार लाना होगा।
विभिन्न प्रमंडलों के भ्रमण के दौरान संगठन के मसले पर इन चुनौतियों का हमने विस्तार पूर्वक अध्ययन किया है। हमने देखा कि यहां संगठनात्मक शक्ति का अभाव है, विभिन्न सामाजिक वर्गों के मुद्दों को धारदार तरीके से हम उठा नहीं पा रहे हैं।
अपने वादे के अनुसार कांग्रेस ने तेलंगाना में जातिगत जनगणना कराकर पिछड़ा वर्ग को 42 प्रतिशत आरक्षण दिया है। इसे लेकर हमें जनता के बीच जाना होगा।
कांग्रेस कार्यकर्ता नेतृत्व को अपनी बात कहना चाहता है, परंतु उसके पास उचित फोरम नहीं है। हम उन्हें यह फोरम उपलब्ध कराएंगे।
कार्यकर्ता काम करना चाहता है, लेकिन काम करने के बावजूद उन्हें प्रोत्साहन नहीं मिलता। इसे दूर किया जाएगा। कार्यकर्ताओं को नेताओं से लगातार संपर्क में रहना होगा।
इसके लिए 14 अप्रैल को एप लांच होगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बातों को सीधा सुना जाएगा। कोई मिडिलमैन नहीं होगा। इसके लिए कनेक्ट सेंटर प्रारंभ होगा।
सौ दिनों की कार्ययोजना तैयार है और लोगों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। इसके बाद 15 जुलाई को प्रदेश कमेटी का पुनर्गठन किया जाएगा।
100 दिनों का दिया गया टास्क
- कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि उन्हें 100 दिनों का टास्क दिया गया है। प्रत्येक महीने की एक या 15 तारीख को जिला कमेटी की बैठक में भाग लेना है।
- बैठक में प्रमुख रूप से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार बालमुचू, राजेश ठाकुर, सुबोधकांत सहाय, बंधु तिर्की, शहजादा अनवर, जलेश्वर महतो, केएन त्रिपाठी, आदि मौजूद थे।
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