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    Jharkhand: एटीएस के तत्कालीन DSP प्रदीप कुमार सस्पेंड, विवाहिता से देर रात फोन पर बातचीत का आरोप

    Updated: Tue, 18 Mar 2025 07:19 PM (IST)

    झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एटीएस के तत्कालीन डीएसपी प्रदीप कुमार को निलंबित कर दिया है। उन पर एक विवाहित महिला से रात में फोन पर बात करने और ...और पढ़ें

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    एटीएस के तत्कालीन DSP प्रदीप कुमार सस्पेंड, विवाहिता से देर रात फोन पर बातचीत का आरोप

    राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एटीएस के तत्कालीन डीएसपी प्रदीप कुमार को निलंबित कर दिया है। उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही भी चलेगी। इससे संबंधित प्रस्ताव को भी स्वीकृति दे दी गई है। डीएसपी प्रदीप कुमार पर आचरण व कृत्यों से पुलिस की गरिमा व छवि को धूमिल करने का आरोप है। इसी मामले में उनपर कार्रवाई की गई है।

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    डीएसपी पर आरोप है कि वे औरंगाबाद के एक युवक की पत्नी से रातभर फोन पर बात करते थे और युवक पर अपनी पत्नी को छोड़ने का दबाव बनाते थे। इससे संबंधित शिकायत की जांच के बाद ही जांच टीम की अनुशंसा पर उनके विरुद्ध यह कार्रवाई की गई है।

    औरंगाबाद के युवक ने लगाए गंभीर आरोप

    औरंगाबाद के उक्त युवक ने आरोप लगाया था कि डीएसपी प्रदीप प्रणव उर्फ प्रदीप कुमार का उसकी पत्नी से नजदीकी संबंध है। वह विरोध करता है तो उसे जान मारने की धमकी देते हैं। जाति सूचक शब्द का प्रयोग कर अपशब्द बोलते हैं। पीड़ित युवक ने यह शिकायत उसने गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग व पुलिस मुख्यालय से की थी।

    उसने यह भी आरोप लगाया था कि डीएसपी उसे उसकी पत्नी को छोड़ देने के लिए दबाव बना रहे हैं। ऐसा नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी देते हैं। डीएसपी की धमकी से वह शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान था। उसने लिखा था कि उसका उसका दांपत्य जीवन टूटने के कगार पर पहुंच गया है।

    हालांकि, उक्त आरोपों पर डीएसपी ने बताया था कि वे रांची में विभिन्न कोचिंग संस्थानों में मोटिवेशनल स्पीच देते रहे हैं। जिस लड़की को लेकर उनपर आरोप लगा है, उससे वे मोटिवेशनल स्पीच के दौरान 2021 में केवल पांच मिनट के लिए मिले थे। वे जहां जाते थे, छात्र-छात्राएं उनके साथ फोटो भी लेते थे।

    उन्हें बदनाम करने के लिए ऐसी शिकायत की गई है। उनका दूर-दूर तक उस युवक व उसकी पत्नी से कोई वास्ता नहीं है। जांच में उनका यह तर्क गलत साबित हो चुका है, जिसके बाद ही उनपर कार्रवाई हुई है।

    एडीजी सुमन गुप्ता की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय टीम कर रही थी जांच

    पीड़ित युवक की शिकायत पर राज्य सरकार ने डीएसपी के विरुद्ध एक तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। जांच समिति की अध्यक्ष एडीजी प्रशिक्षण सुमन गुप्ता बनी थीं। समिति में सीआईडी के आईजी असीम विक्रांत मिंज व रांची के तत्कालीन डीआईजी अनूप बिरथरे (अब आईजी एसटीएफ) को शामिल किया गया था।

    सूचना है कि जांच पूरी कर ली गई है। जांच में डीएसपी पर लगे आरोप सही पाए गए हैं। इसके बाद ही उनके विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी, जिसपर मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई की है।

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