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    झारखंड विधानसभा में भिड़े हेमंत सरकार के 2 मंत्री, इरफान अंसारी बोले- ये हर बात पर फुदक पड़ते हैं

    झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया जब सरकार के ही दो मंत्री आपस में ही बहस करने लगे। इरफान अंसारी ने जहां सुदिव्य को बीच में फुदकते रहने का आरोप लगा दिया तो सुदिव्य ने भी जवाब में कहा कि सदन किसी की निजी संपत्ति नहीं होती। उन्होंने मंत्री को सदन में मर्यादापूर्वक जवाब देने की नसीहत भी दी।

    By Neeraj Ambastha Edited By: Piyush Pandey Updated: Fri, 21 Mar 2025 07:49 PM (IST)
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    झारखंड सरकार के मंत्री इरफान अंसारी और मंत्री सुदिव्य कुमार। (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड विधानसभा का बजट सत्र शुक्रवार को भी जारी रहा। विधानसभा में शुक्रवार को पहली पाली के दौरान थोड़ी देर के लिए उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब राज्य सरकार के दो मंत्री सुदिव्य कुमार और इरफान अंसारी आपस में उलझ पड़े।

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    इरफान अंसारी ने जहां सुदिव्य को बीच में फुदकते रहने का आरोप लगा दिया तो सुदिव्य ने भी जवाब में कहा कि सदन किसी की निजी संपत्ति नहीं होती। उन्होंने मंत्री को सदन में मर्यादापूर्वक जवाब देने की नसीहत भी दी।

    मंत्री इरफान और विधायक प्रदीप यादव में हुई जोरदार बहस

    सदन में इरफान और कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव के बीच भी तकरार हुई। दरअसल, प्रदीप यादव ने गोड्डा में एक भी नर्सिंग कॉलेज नहीं होने की जानकारी देते हुए सरकार से सवाल पूछा था कि वहां बन रहा नर्सिंग कॉलेज कितना पूरा हुआ है तथा कितने दिनों में वहां पढ़ाई शुरू हो जाएगी।

    जवाब में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने चुटकी लेते हुए कहा कि प्रदीप यादव वहां से पांच बार विधायक रहे हैं, लेकिन वहां नर्सिंग कॉलेज स्थापित नहीं हुआ।

    इस पर पलटवार करते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि वे उनके सवालों का सीधा जवाब दें। भाषण देने की जरूरत नहीं है।

    सुदिव्य कुमार ने किया हस्तक्षेप

    इस पर प्रभारी संसदीय कार्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे सुदिव्य कुमार ने हस्तक्षेप करते हुए स्पीकर से कहा कि सदन में न तो ऑब्जेक्टिव सवाल आ रहे हैं और न ही ऑब्जेक्टिव जवाब।

    उन्होंने कहा कि मंत्री को सब्जेक्टिव जवाब देना चाहिए। सदन में कटाक्ष की भाषा उचित नहीं। मंत्री को मर्यादापूर्वक जवाब देना चाहिए।

    स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को उनका बीच में हस्तक्षेप नागवार गुजरा। उन्होंने सुदिव्य कुमार के संबंध में कहा कि ये अक्सर बीच में फुदक पड़ते हैं। यह मामला उनके और प्रदीप यादव के बीच का है, लेकिन ये बीच में कूद पड़े। बहुत बड़े जानकार हैं।

    जवाब में सुदिव्य कुमार ने भी कहा कि सदन किसी की निजी संपत्ति नहीं है। इस बीच स्पीकर ने मामले को सुलझाते हुए मंत्री को सटीक जवाब देने को कहा कि गोड्डा में नर्सिंग कॉलेज कब शुरू हो जाएगा।

    इधर, प्रदीप यादव ने प्रभारी संसदीय कार्य मंत्री की सराहना करते हुए कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए उन्होंने जो वक्तव्य दिया, उसके लिए उन्हें धन्यवाद। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री के दायित्व का सही निर्वहन किया।

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