1978 हॉकी विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले गोपाल भेंगरा नहीं रहे
अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी गोपाल भेंगरा का निधन हो गया है। उनके निधन से झारखंड सहित पूरे देशभर के खेल प्रेमियों में शोक की लहर है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने उनके निधन पर दुख जताया। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से वे रांची के गुरूनानक अस्पताल में इलाजरत थे।

रांची, जासं । पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी व 1978 हॉकी विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले गोपाल भेंगरा का निधन हो गया है। रांची के गुरुनानक अस्पताल में इलाज के दौरान उनका निधन हुआ। उनके निधन से झारखंड सहित पूरे देशभर के खेल प्रेमियों में शोक की लहर है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट कर लिखा कि अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी गोपाल भेंगरा जी के असामयिक निधन का दुःखद समाचार मिला।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति और उनके परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति दें। इससे पहले रविवार को अचानक उनकी तबियत अधिक बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। पूर्व हॉकी खिलाड़ी गोपाल भेंगरा की स्थिति काफी गंभीर थी। डॉक्टर की पूरी टीम उनके इलाज में शनिवार देर रात से ही जुटी हुई थी। उनका इलाज कर रहे न्यूरोलॉजी के डॉक्टर विजय राज ने बताया था कि उनकी हालत नाजुक थी वह रिस्पांस नहीं कर रहे थे। दरअसल, उनके ब्रेन का दाहिना हिस्सा पूरी तरह से डैमेज हो चुका था। साथ ही एक किडनी भी ठीक से काम नहीं कर रही थी।
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गोपाल भेंगरा को देखने के लिए प्रशासन की ओर से कई पदाधिकारी शनिवार को अस्पताल पहुंचे थे और उनके बेहतर इलाज के बारे में जानकारी ली थी। उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों ने यह भी कहा था कि उनकी हालत इतनी गंभीर है कि उन्हें बाहर भी नहीं भेजा जा सकता था।
डॉ विजय राज के मुताबिक मरीज में पहले ही इस तरह के लक्षण दिखे होंगे लेकिन वे समय पर नहीं पहुंचे जिस कारण स्थिति गंभीर हो गई थी। मरीज के ब्रेन में जाने वाली खून की नली पहले से ही कुछ ब्लॉक थी, जो बाद में पूरी तरह से ब्लॉक हो गई और ऐसे में ब्रेन का एक हिस्सा डैमेज हो गया था।
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इलाज के लिए कम पड़ रहे हैं पैसे
गोपाल भांगरा की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के कारण परिवार वालों के सामने एक नई समस्या खड़ी हो गई थी। परिजनों ने कहा कि सारा पैसा इलाज में खर्च हो गया है और आगे इलाज के लिए वह आर्थिक रूप से मजबूत नहीं थे। उन्होंने सरकार से भी गुहार लगाई थी कि गोपाल भेंगरा जो पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी रह चुके हैं उन्हें मदद की जाए ताकि उनका बेहतर इलाज हो सके।
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