डाक विभाग के खाताधारक भी बिना नेट बैंकिंग के देख सकेंगे अपने खाते का विवरण, विस्तार से जानें
Indian Post भारतीय डाक विभाग अपने खाताधारकों को एक बड़ी सुविधा देने जा रहा है। विभाग ने अपने सभी बचत खाताधारकों को ई-पासबुक सुविधा उपलब्ध कराने का निर् ...और पढ़ें
झुमरीतिलैया, कोडरमा [अरविंद चौधरी]। Indian Post भारतीय डाक विभाग अपने खाताधारकों को एक बड़ी सुविधा देने जा रहा है। पासबुक को लेकर डाकघरों तक उनकी अनावश्यक दौड़ पर विराम लगाने जा रहा है। विभाग ने अपने सभी बचत खाताधारकों को ई-पासबुक सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। इस सुविधा के शुरू हो जाने से डाकघर के लघु बचत ग्राहक बिना नेट बैंकिंग के अपने खाते का विवरण कहीं से भी किसी समय प्राप्त कर सकेंगे। पासबुक अपडेट कराकर खाते में जमा-निकासी की स्थिति जानने के लिए उन्हें डाकघर नहीं जाना पड़ेगा। इस सुविधा का लाभ कोडरमा जिले 92 डाकघरों के ढाई लाख डाक खाताधारकों को मिलेगा।
बचत खाताधारकों को सुविधा देने की है तैयारी
इसके लिए हर खाताधारक को अपने खाते के साथ व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पंजीकृत कराना होगा। मोबाइल नंबर के जरिये ही ई-पासबुक की सेवा उनके लिए मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी। सेवा की शुरुआत बचत, सुकन्या समृद्धि योजना और पीपीएफ खाताधारकों से होगी। बाद में चरणबद्ध तरीके से इस सुविधा के दायरे में अपनी अन्य योजनाओं को लाने की डाक विभाग की योजना है। ई-पासबुक के जरिये खाताधारक खाते में जमा अपनी धनराशि की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। संक्षिप्त विवरण, मिनी स्टेटमेंट देख सकेंगे और उसे डाउनलोड भी कर सकेंगे। इसमें अंतिम 10 जमा-निकासी की जानकारी होगी। चरणबद्ध तरीके से खाते का पूरा विवरण उपलब्ध कराए जाने की योजना है।
अपनानी होगी यह प्रक्रिया
ई-पासबुक की सुविधा के लिए वेबसाइट पर दिए गए ई-पासबुक लिंक पर क्लिक करना होगा। लिंक खुलने के बाद खाताधारक को निर्दिष्ट कालम मे अपना पंजीकृत मोबाइल नंबर डालना होगा। कैप्चा दर्ज करके लागिन करते ही मोबाइल फोन पर ओटीपी आएगी। ओटीपी दर्ज करते ही तीन विकल्प सामने आएगा। बैलेंस पूछताछ, मिनी स्टेटमेंट और पूर्ण विवरण। खाताधारक द्वारा विकल्प का चयन करते ही विवरण उपलब्ध हो जाएगा।
क्या कहते है डाक निरीक्षक
कोडरमा डाक निरीक्षक ऋषिकांत सिंह कहते है कि डाक खाताधारकों के लिए पासबुक की सुरक्षा बड़ी समस्या थी। बिना पासबुक के वह खुद को डाक खाताधारक सिद्ध नहीं कर पाते थे। ई-पासबुक से इस समस्या का समाधान हो जाएगा। इसके अलावा उनके साथ धोखा होने की आशंका पर भी विराम लग जाएगा। अपने खाते की जमा-निकासी की जानकारी वह आसानी से घर बैठे जान प्राप्त कर सकेंगे। सबसे ज्यादा लाभ बुजुर्ग खाताधारकों को होगा। उन्हें खाते में जमा धन को पासबुक में अपडेट कराने के लिए बार-बार डाकघर नहीं आना पड़ेगा तथा मेनुअल की जगह ऑनलाइन अपने से भी लेन देन की एन्ट्री देख सकते हैं।

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