Jharkhand News: जज के सड़क जाम में फंसने का मामला हाई कोर्ट में पेंडिंग, 29 जुलाई को होगी सुनवाई
झारखंड हाई कोर्ट ने सीएम आवास के पास प्रदर्शन के कारण जज के जाम में फंसने के मामले में स्वत संज्ञान लिया। अदालत ने इस मामले में अगली सुनवाई 29 जुलाई को तय की है। जस्टिस एसके द्विवेदी 23 अगस्त 2024 को जाम में फंसे थे जिसके बाद अदालत ने सरकार से सड़क जाम से निपटने के लिए उठाए गए कदमों पर जवाब मांगा था।

राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत में सीएम आवास के समक्ष हो रहे प्रदर्शन के दौरान एक जज के जाम में फंस जाने के मामले में स्वत: संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई।
सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि अगर कोई अन्य भी सड़क जाम को लेकर पक्ष रखना चाहता है तो वह पक्ष रख सकता है। मामले में विस्तृत सुनवाई के लिए 29 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई है।
23 अगस्त 2024 को जस्टिस एसके द्विवेदी हाई कोर्ट से लौट रहे थे। इस दौरान सीएम आवास के समक्ष प्रदर्शन की वजह से उनकी गाड़ी जाम में फंस गई। जाम में फंसने पर उनके पीएसओ ने ट्रैफिक एसपी सहित कई वरीय अधिकारियों से मोबाइल से संपर्क करने का प्रयास किया।
कई बार प्रयास करने के बाद भी दूसरी तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला। इसके बाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल से संपर्क किया गया, जिसके बाद उन्होंने डीजीपी से बात कर इसकी सूचना दी।
डीजीपी के निर्देश के बाद उनकी गाड़ी को जाम से निकाला गया। इस दौरान वह जाम में आधे घंटे से अधिक समय से फंसे रहे। पिछली सुनवाई में अदालत ने राज्य सरकार से पूछा था कि सड़क जाम की ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
अदालत ने इसको लेकर एसओपी तैयार कर कोर्ट में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था। राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में जवाब दाखिल किया जा चुका है।
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