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    'निशिकांत दुबे ने BJP के इशारे पर दिया बयान; कांग्रेस नेता प्रदीप यादव बोले- यह भड़काऊ और असंवैधानिक

    Updated: Sun, 20 Apr 2025 08:10 PM (IST)

    Nishikant Dubey Statement कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान को भड़काऊ और असंवैधानिक बताया है। उन्होंने सुप्र ...और पढ़ें

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    निशिकांत का बयान भड़काऊ और असंवैधानिक। (जागरण)

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान की आलोचना करते हुए इसे भड़काऊ और असंवैधानिक करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने दुबे द्वारा सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश संजीव खन्ना के ऊपर की गई टिप्पणी को देश के लिए चिंता का विषय करार दिया है।

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    उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि लोकतंत्र के मूल स्तंभ पर सीधा प्रभार है। यह बयान न्यायपालिका का सिर्फ अपमान नहीं है, बल्कि संवैधानिक संस्थाओं को डराने- धमकाने वाला है, न्यायालय की स्वतंत्रता को छीनने वाला है।

    उनका बयान दर्शाता है कि यह भाजपा नेतृत्व के इशारे पर दिया गया है। नेतृत्व की सहमति के बाद ही सांसद द्वारा इस तरह का वक्तव्य दिया जा सकता है। भाजपा की रणनीति का यह हिस्सा है।

    इस दौरान मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में 40 दिनों तक चलने वाले संविधान बचाओ अभियान सहित अन्य बिंदुओं पर गहन समीक्षा के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक 22 अप्रैल को आहूत की गई है।

    उन्होंने कहा कि प्रदेश, जिला, विधानसभा स्तर पर संविधान बचाओ रैली का आयोजन किया जाएगा। इसके पूर्व प्रदीप यादव ने कहा कि निशिकांत दुबे द्वारा उच्चतम न्यायालय के अधिकार पर उंगली उठाना उनके बड़बोलेपन और अल्पज्ञान का परिचायक है।

    निशिकांत का बयान सोची-समझी रणनीति का हिस्सा

    संविधान की धारा 13, धारा 25 सहित कई धाराएं उच्चतम न्यायालय को शक्ति देती है कि संविधान की मूल भावना के विपरीत कोई कानून बनेगा तो वह उसकी समीक्षा कर सकता है। उन्होंने कहा कि यह बयान एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।

    कांग्रेस संविधान, लोकतंत्र और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। अगर भाजपा सच में इस बयान से किनारा करना चाहती है तो अपने बड़बोले सांसद को बर्खास्त करे। संवाददाता सम्मेलन में विधायक सुरेश बैठा, अनादि ब्रह्म, राकेश सिन्हा, सतीश पाल मुंजनी, सोनाल शांति, गजेंद्र सिंह राजन वर्मा भी उपस्थित थे।

    निशिकांत दुबे को थोड़ा पढ़कर ज्ञान लेना चाहिए, सिर्फ बड़बोल से नहीं चलेगा : प्रदीप बलमुचू

    वहीं, दूसरी ओर घाटशिला में भी निशिकांत के बयान पर कांग्रेस नेता ने आक्रोश जताया है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह घाटशिला के पूर्व विधायक डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू ने कहा कि कानून सुप्रीम कोर्ट बना रही संसद बंद कर देना चाहिए जैसे बयान भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के द्वारा दिए जाना हास्यास्पद है।

    भाजपा के शासन के काल में ये एक नई परंपरा शुरु हुई है। इनके लोग सुप्रीम कोर्ट जैसे सर्वोच्च संस्थाओं पर सवाल खड़े करते है, जिन न्यायिक संस्थाओं के भरोसे ही आज पूरा देश संविधान के अनुरुप चल रहा है।

    वे रविवार को घाटशिला के दौरे पर थे। डॉ. बलमुचू ने कहा की भाजपा हमेशा संविधान के अधिकार को दबाने की कोशिश करती है। इसकी शुरुआत उन प्रदेशों से हुई जहां भाजपा विपक्ष के तौर पर है। वैसे प्रदेशों में निर्वाचित सरकारों ने विधानसभा में विधायकी कानून पास करके राज्यपाल के पास स्वीकृति के लिए दे दिया।

    लेकिन वैसे बिल राज्यपाल के पास अटके रहते है, जबकि संविधान बोलता अगर उसमें गड़बड़ी है या तो वापस कर दीजिए। अगर ठीक है तो राष्ट्रपति के पास भेज दीजिए। लेकिन बिल को न तो वापस भेजा जाता न ही राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है। उस समय सरकारें न्यायालय के शरण में ही जाती है।

    कोई भी सरकार कानून बनाकर अपने मन से नहीं चल सकता। सुप्रीम कोर्ट की जिम्मेदारी है बिल में संविधान की रक्षा हो रही या नहीं, संविधान के अनुरूप काम हो रहा या नहीं ये देखना है। इसमें कोई दिक्कत किसी को होना नहीं चाहिए।

    उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे को थोड़ा पढ़कर ज्ञान लेना चाहिए, सिर्फ बड़बोलापन से काम नहीं चलेगा। भाजपा सांसद के ऐसे बयान बतलाता है कि उनकी पार्टी व उनकी सोच न्यायिक प्रणाली के प्रति क्या है। भाजपा के लोग व उनके सांसद शायद ये भूल गए शायद हमारा देश संविधान व कानून से चलता है। उसी के अनुरुप ही चलेगा।

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