झारखंड में कांग्रेस ने किस दांव से दूर की अपने विधायकों की नाराजगी? मंत्री पद को लेकर कई नेता ठोक रहे रहे थे दावेदारी
झारखंड में कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी विधायक दल के नेता और अन्य महत्वपूर्ण पदों को भरकर नाराज़गी और विवाद को कम करने की कोशिश की है। चार विधायकों को मंत्री बनाने के बाद विधायकों में नाराज़गी थी। कुछ नेताओं ने ओबीसी कोटे की अनदेखी का आरोप लगाया। आलाकमान ने हस्तक्षेप किया और वरिष्ठ विधायक प्रदीप यादव को विधायक दल के नेता के रूप में नामित किया।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी विधायक दल का नेता समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों को भरकर नाराजगी के साथ -साथ विवाद पाटने की कवायद की है।
दरअसल, चार विधायकों को मंत्री का पद देने के बाद विधायकों के खेमे में नाराजगी स्पष्ट तौर पर झलक रही थी। दो नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल कर कांग्रेस ने हेमंत सरकार में अपनी शुरुआत की। इसे लेकर आरंभ से ही मंत्री पद की रेस में चल रहे कई विधायक नाराज दिखे।
इन विधायकों ने कई दिनों तक दिल्ली में कैंप कर मंत्री बनने के लिए लॉबिंग की थी। कांग्रेस के कुछ नेता मंत्रिमंडल में ओबीसी कोटे को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगा रहे थे। कहा गया कि राहुल गांधी ओबीसी समुदाय के हित की बात करते हैं, लेकिन मंत्रिमंडल में एक भी विधायक को जगह नहीं दी गई।
इसके बाद आलाकमान के स्तर से पूरे मामले में हस्ताक्षेप हुआ और तय किया गया कि वरिष्ठ विधायक को विधायक दल के नेता पद पर बिठाया जाए जो पूरी तरह से उम्मीद और अपेक्षाओं पर खड़ा उतर सके। प्रदीप यादव इसी वजह से इस पद के लिए चिह्नित किए गए।
कांग्रेस को मिल सकता है इस बात का फायदा
- विधानसभा सदस्य के तौर पर लंबा अनुभव के साथ-साथ उनकी तेजतर्रार छवि का फायदा कांग्रेस को मिल सकता है।
- इसके अलावा वे ओबीसी जनाधार भी कांग्रेस के पाले में ला सकते हैं। प्रदीप यादव छठी बार विधानसभा के सदस्य चुने गए हैं।
- उन्हें राज्य सरकार में मंत्री समेत सांसद बनने का भी मौका मिला है। राजेश कच्छप को विधायक दल का उप नेता बनाकर जनजातीय समाज को संदेश देने की कोशिश की गई है।
- वही मंत्री पद की रेस में चल रहे बेरमो के विधायक अनूप सिंह विधानसभा में पार्टी के सचेतक बनाए गए हैं। इन तमाम नियुक्तियां को अंजाम देकर पार्टी में विवाद पैदा होने से रोकने की दिशा में प्रयास किया गया।
- कांग्रेस के चार विधायक राधा कृष्ण किशोर, इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह और शिल्पी नेहा तिर्की को हेमंत सोरेन सरकार में जगह मिली है।
मंत्रियों से मिलकर कांग्रेसी नेताओं ने कराया समस्याओं से अवगत
कांग्रेस पार्टी के झारखंड प्रदेश सचिव धनंजय तिवारी व पलामू जिला उपाध्यक्ष मसरूर अहमद ने झारखंड सरकार में कांग्रेस कोटे से बनाए गए मंत्रियों से रांची में भेंट की।
उनके आवास पर जाकर बुके देकर बधाई दी। नेताओं ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह व वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर से मिले। नेताओं ने अनुमंडलीय अस्पताल हुसैनाबाद में महिला चिकित्सक पदस्थापित करने समेत बुनियादी सुविधाएं बेहतर करने की मांग की।
हैदरनगर मोहम्मदगंज व पिपरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति देने व बेहतर व्यवस्था करने की मांग की। अबुआ आवास योजना में मुखिया, पंचायत सेवक व बीडीओ की मिली भगत से पैसे का खेल खेले जाने की शिकायत की।
मंत्री किशोर से मिलकर पलामू के विभिन्न विभागों पर नजर रखने व भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने की मांग की। तीनों मंत्रियों को हुसैनाबाद आने का निमंत्रण दिया।
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