'कान खोलकर सुनें; फ्री में कुछ नहीं देंगे', किसके लिए सदन में CM हेमंत सोरेन ने कही ये बात
Jharkhand Budget झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान सीएम ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद विपक्ष ने राज्य को कीचड़ में धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने ये भी अफवाह उड़ाया की मुझे कैंसर हो गया है। ये सिर्फ बदनाम करने की साजिश रचते रहते हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में दो दिनों की चर्चा हो चुकी है। इसी क्रम में तीसरे दिन गुरुवार को नेता सदन के रूप में मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन से विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया।
सदन में मुख्यमंत्री ने विपक्ष को आड़े हाथ लिया। साथ ही आरोप लगाने और हर काम में सिर्फ विरोध करने वाला बताया। सीएम सोरेन ने फ्री बालू नहीं मिलने के मुद्दे पर भी विपक्ष को खरी-खरी सुनाई।
उन्होंने कहा कि अभी उनकी सरकार का तो अभी पहला ओवर है। विपक्ष को तो अगले पांच साल तक बॉलिंग करनी है और उनके प्रत्येक बॉल पर सरकार छक्का लगाएगी।
सीएम ने आगे कहा कि अलग राज्य बनने के बाद विपक्ष ने राज्य को कीचड़ में धकेल दिया। उनकी सरकार विगत पांच वर्षों से राज्य को कीचड़ से बाहर निकाल रही है, जिसमें सरकार के पसीने छूट गए हैं। उम्मीद ही नहीं विश्वास है कि राज्य की जनता को सरकार पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार जाति-धर्म से ऊपर उठकर राज्य के हर वर्ग को एक नजर से देखती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की काम की ऊंचाई इतनी होगी कि विपक्ष उसे छू भी नहीं पाएगा।
सीमित संसाधन में उनकी सरकार कर रही काम
पैसे के अभाव में सीमित संसाधन में उनकी सरकार काम कर रही है, लेकिन इसका कोई मलाल नहीं है। यह सरकार सीमित संसाधन में भी बेहतर कर दिखाएंगी, यह उनका वादा है।
मुख्यमंत्री ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष अपने आचरण के अनुरूप अपने दायित्व का निर्वहन कर रहा है। सरकार का कोई भी कार्य इन्हें अच्छा नहीं लगता है। ये अफवाह फैलाने से बाज नहीं आते हैं।
कैंसर होने को लेकर फैलाई अफवाह
सीएम ने कहा कि उन्होंने मुंह पर मास्क लगाया तो विपक्ष ने अफवाह फैला दी कि मुख्यमंत्री को गंभीर बीमारी हो गई है। उनके फेफड़ों में संक्रमण हो गया है, उन्हें कैंसर हो गया। ये सिर्फ बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विगत पांच साल में सरकार ने जो कार्य किया उसका जनता ने जवाब दिया है। आज विपक्ष वहीं के वहीं है, हां कुछ और पत्ते झड़े जरूर हैं। यह तो अभी शुरुआत है।
मुख्यमंत्री के संबोधन के पहले विधायक स्टीफन मरांडी के राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पक्ष व विपक्ष ने सदन के भीतर चर्चा की।
चर्चा में शामिल विधायकों में सारठ से झामुमो के विधायक उदय शंकर सिंह, भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस के विधायक राजेश कच्छप, राजद विधायक संजय सिंह यादव, भाकपा माले के विधायक अरूप चटर्जी, लोक जनशक्ति पार्टी के विधायक जनार्दन पासवान, झामुमो के विधायक समीर मोहंती और भाजपा के विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी शामिल थे।
मरीज के साथ पासिंग-पासिंग का आरोप अगर सही है तो यह निंदनीय
गढ़वा से भाजपा के विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी के एक आरोप को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है। विधायक का आरोप था कि राज्य में मरीजों के साथ पासिंग-पासिंग का खेल खेला जा रहा है।
अगर गढ़वा से कोई मरीज रिम्स जाता है तो उसे पहले पलामू में ले जाकर छोड़ दिया जाता है। पलामू से दूसरी टीम लातेहार ले जाती है और लातेहार से तीसरी टीम उसे रिम्स पहुंचाती है। इस बीच वह पहुंच गया तो ठीक नहीं तो रास्ते में ही उसकी मौत हो जाती है।
उन्होंने पूरे राज्य में इस तरह से मरीज के साथ पासिंग-पासिंग खेलने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि ऐसा कोई सरकारी आदेश नहीं निकला है। अगर कोई इस तरह से कर रहा है तो यह निंदनीय है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मरीज के साथ पूरी संवेदना है।
सीएम ने कहा कि यह पहला राज्य है, जिसने एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कर रखी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिम्स में जहां 1000 से 1500 की क्षमता है, वहां 5000 मरीज पहुंच जाते हैं। ऐसी स्थिति में वहां की व्यवस्था क्या होगी, इसका अनुमान लगाया जा सकता है।
उन्होंने सदन को आश्वस्त किया कि पांच साल में रिम्स का नया स्वरूप दिखेगा। रिम्स पर बोझ न बढ़े, इसके लिए एक और मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।
फ्री में बालू नहीं मिल रही, इसलिए बवाल मचा रहे हैं विपक्ष के साथी
बालू पर चल रहे बवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष के अधिकतर सदस्यों का ईंट-बालू से सरोकार है। इन्हें फ्री में बालू नहीं मिल रहा तो ये आपत्ति जता रहे हैं। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि ये कान खोलकर सुन लें कि यह सरकार उन्हें फ्री में कुछ नहीं देने वाली है। आने वाले समय में विपक्ष की मुश्किलें और बढ़ेंगी।
विपक्ष के सवालों का जवाब समय के साथ अपने आप मिलता रहेगा। उनकी सरकार बोलने पर नहीं, काम करने पर विश्वास करती है।
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