CM हेमंत सोरेन ने CJL में सफल 1910 अभ्यर्थियों को बांटे नियुक्ति पत्र, बोले- कहने पर नहीं; काम करने पर मेरा विश्वास
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) सीजीएल के 1910 सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार घोषणा ...और पढ़ें

रांची के मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 1920 लोगों को सौंपे नियुक्ति पत्र।
राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएसी) द्वारा आयोजित संयुक्त स्नातक स्तरीय (सीजीएल) परीक्षा में सफल 1910 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सिर्फ घोषणाओं में नहीं, बल्कि काम करके दिखाने में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति प्रक्रिया सरकार की नीयत, निष्ठा और पारदर्शिता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए जेएसएससी के अध्यक्ष प्रशांत कुमार सहित आयोग से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि जिस शिद्दत और ईमानदारी से आयोग ने कार्य किया है, उसी का परिणाम है कि आज हजारों परिवारों के चेहरों पर मुस्कान है।
कार्यक्रम में वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर, श्रम मंत्री संजय प्रसाद, मंत्री दीपक बिरुआ, मंत्री नेहा तिर्की, विधायक कल्पना सोरेन, सुरेश कुमार बैठा सहित कई गणमान्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने बिना किसी दल का नाम लिए विपक्ष पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग केवल बोलने और भ्रम फैलाने का काम करते हैं, जबकि उनकी सरकार जमीन पर काम करती है।
उन्होंने कहा कि जब वे चयनित अभ्यर्थियों से बात करते हैं तो पता चलता है कि कोई किसान का बेटा है, कोई मजदूर का, तो किसी के माता-पिता छोटी दुकान चलाते हैं। ऐसे युवाओं के चयन से यह साबित होता है कि व्यवस्था में विश्वास लौट रहा है।
राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर
नवनियुक्त कर्मियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आप सभी सरकार का हिस्सा बन गए हैं। आपका दायित्व है कि राज्य को इस काबिल बनाएं, जहां हर व्यक्ति, खासकर युवा, अपने पैरों पर खड़ा हो सके।
आपने कठिन परिश्रम और संघर्ष से यह मुकाम हासिल किया है, अब उसी ईमानदारी, सेवा भावना और समर्पण के साथ राज्य के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि युवाओं की ऊर्जा और निष्ठा से झारखंड को नई दिशा और गति मिलेगी।
- मोरहाबादी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 1920 लोगों को सौंपे नियुक्ति पत्र
- अभ्यर्थियों से कहा- आप भाग्यशाली कि आपको जनता की सेवा का अवसर मिला
- राधाकृष्ण किशोर, संजय प्रसाद, नेहा तिर्की, दीपक बिरुआ आदि मंत्री रहे मौजूद
विरोध, साजिश और कानूनी अड़चनों के बीच मिली सफलता
सीजीएल परीक्षा के दौरान आई चुनौतियों का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रक्रिया को रोकने के लिए कई स्तरों पर साजिशें रची गईं। विरोधी खेमे के कुछ लोग चंदा इकट्ठा कर कोर्ट-कचहरी के रास्ते अड़चन पैदा करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन सरकार ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि कहीं कुछ नहीं होने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि इरादे नेक हों तो सफलता जरूर मिलती है।
उन्होंने बताया कि जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा को लेकर लंबे समय तक व्यवधान पैदा करने की कोशिश की गई, लेकिन सरकार अभ्यर्थियों के साथ मजबूती से खड़ी रही। परीक्षा के आयोजन से लेकर न्यायालय तक हर स्तर पर पूरी पारदर्शिता के साथ तथ्य रखे गए। इसी का परिणाम है कि साजिशें विफल हुईं और मेहनत करने वाले युवाओं की जीत हुई।
नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों को नहीं बख्शेंगे
मुख्यमंत्री ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ नियुक्ति परीक्षाएं आयोजित कर रही है। यदि कोई व्यक्ति या गिरोह युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ या साजिश करता है तो उसे किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के सपनों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
नौकरी के साथ सुरक्षा की भी गारंटी
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने न केवल नियुक्तियों पर ध्यान दिया है, बल्कि सरकारी कर्मियों की सुरक्षा को लेकर भी ठोस कदम उठाए हैं।
राज्य सरकार ने विभिन्न बैंकों के साथ एमओयू किया है, जिसके तहत दुर्घटना की स्थिति में एक करोड़ रुपये तक की आर्थिक सहायता सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह सुविधा स्थायी कर्मचारियों के साथ-साथ अनुबंध कर्मियों को भी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 में सरकार बनने के बाद से लगातार नियुक्तियों का सिलसिला जारी है। राज्य गठन के बाद पहली बार कृषि पदाधिकारियों की बहाली हुई, मेडिकल आफिसरों की नियुक्ति हुई, शिक्षकों की सभी श्रेणियों में बहाली की गई और सरकारी अस्पतालों को बड़े पैमाने पर एएनएम-जीएनएम मिले।
उन्होंने बताया कि 2024 में सरकार के दोबारा गठन के बाद एक वर्ष के भीतर करीब 9000 युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए और अब एक माह के भीतर फिर 1910 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा और झारखंड के युवाओं को उनका हक और सम्मान मिलता रहेगा।

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