Ranchi News: रांची में अचानक क्यों चलने लगा बुलडोजर? ढाह दिए गए 100 घर; लोग भी रह गए हैरान
रेलवे ने जिला प्रशासन के सहयोग से बिरसा चौक के समीप बाइपास रोड में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाया। इस दौरान सौ से अधिक मकानों को बलडोजर से ध्वस्त किया गया। प्रभावित लोग अपने सामान लेकर सड़क पर खड़े थे और कुछ लोग 407 वाहन मंगाकर सामानों को लोड कर रहे थे। प्रभावित लोगों ने बताया कि वे लगभग 50-55 साल से रेलवे की जमीन पर रह रहे थे।
जागरण संवाददाता, रांची। रेलवे ने रविवार को दूसरे दिन भी जिला प्रशासन के सहयोग से बिरसा चौक के समीप बाइपास रोड में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाया। इस क्रम में सौ से अधिक मकानों को बलडोजर से ध्वस्त किया गया। इस दौरान कुछ घंटों के लिए बाइपास रोड में जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर रह रहे लोग जिला प्रशासन की ओर से की जा रही कार्रवाई के दौरान अपने-अपने सामान लेकर सड़क पर खड़े थे। कुछ लोग 407 वाहन मंगाकर सामानों को लोड कर रहे थे।
इस दौरान जिन लोगों के घर तोड़े गए, उन्होंने बताया कि वे लगभग 50-55 साल से रेलवे की जमीन पर रह रहे थे। संबंधित घरों में उनके परिवार की तीसरी पीढ़ी रह रही थी। रेलवे की जमीन पर पूर्व में उनके पूर्वजों को बसाया गया था।
नोटिस मिलने के बाद किसी ने एक नहीं सुनी
- उन्होंने कहा कि ठंड का मौसम है। नोटिस मिलने के बाद जिला प्रशासन व रेलवे के अधिकारियों से कुछ दिनों की मोहलत मांगी गई थी, लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी।
- ठंड के मौसम में पूरे परिवार को सामान समेत सड़क पर खड़ा कर दिया। जिनके पास पैसे हैं वे किराए का मकान ढूं चुके हैं, लेकिन जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, वे ठंड के मौसम में कहां शरण लेंगे।
- इससे पूर्व शनिवार को 117 अवैध दुकानों, मकानों व झोपड़ियों को बुलडोजर से ध्वस्त किया गया था। जिला प्रशासन व रेलवे की ओर से संबंधित लोगों को एक माह पूर्व ही नोटिस दिया गया था।
नेतरहाट में सरकारी भूमि की नापी, 15 दिनों में अतिक्रमण हटाने का आदेश
उधर, महुआडांड़ (लातेहार) में एसडीएम विपिन कुमार दुबे के नेतृत्व में महुआडांड़ प्रखंड अंतर्गत नेतरहाट में बाजार परिसर एवं आसपास के क्षेत्र समेत वन भूमि पर अतिक्रमण को लेकर आंचलिक एवं वन भूमि की नापी करते हुए सीमांकन किया गया।
इस दौरान अतिक्रमण किए गए भूमि को चिन्हित करते हुए 15 दिनों के अंदर अतिक्रमण हटा लेने का आदेश दिया। वन विभाग की ओर से पहले भी कई लोगों को अतिक्रमण हटाने को लेकर नोटिस दिया जा चुका है।
नेतरहाट में लगातार लोगों द्वारा गुमटी लगाकर, दुकान, होटल अथवा अन्य तरीकों से वन भूमि पर अवैध कब्जा बढ़ता जा रहा था।
इसपर पर्यावरण के साथ-साथ नेतरहाट की प्राकृतिक खूबसूरती के संरक्षण को लेकर एसडीएम विपिन कुमार दुबे के नेतृत्व में वन पदाधिकारी तरुण सिंह, अंचल पदाधिकारी संतोष कुमार बैठा, नेतरहाट थाना प्रभारी अविनाश कुमार के द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से मापी कराया गया।
इस दौरान कुछ भूमि जो गुमला जिला के बिशनपुर अंचल अंतर्गत आता है उसकी मापी पर ग्रामीणों ने विरोध भी किया। जिस पर एसडीएम विपिन कुमार दुबे ने बताया कि गुमला जिला अंतर्गत आने वाली भूमि पर नापी नहीं किया गया है। क्योंकि उक्त भूमि महुआडांड़ अनुमंडल अंतर्गत नहीं आता है।
हालांकि, पर्यावरण संरक्षण और नेतरहाट की प्राकृतिक खूबसूरती बनाए रखने को ध्यान में रखते हुए संबंधित जिला के पदाधिकारी को भी पत्राचार कर अपील की जाएगी कि वे भी वन विभाग का सहयोग करें।
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