'पेसा के प्रस्ताव को सार्वजनिक करे सरकार', बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर किया हमला
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सरकार से पेसा एक्ट के प्रस्तावों को सार्वजनिक करने की मांग की है, आरोप लगाया कि सरकार कुछ छिपा रही है। उ ...और पढ़ें

बाबूलाल मरांडी ने उठाए सवाल। (जागरण)
राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा कि कैबिनेट से पारित किए गए पेसा एक्ट के प्रस्तावों को राज्य सरकार छिपा रही है।
मरांडी ने राज्य सरकार से इसे सार्वजनिक करने की मांग की है। मरांडी ने आरोप लगाया है कि कोई ऐसी बात इस प्रस्ताव में है जिसे छिपाया जा रहा है। एक तरफ सरकार पेसा प्रस्ताव पारित करने के नाम पर खूब स्वागत करवा रही है, लेकिन यह बताने से भाग रही है कि आखिर उस प्रस्ताव में है क्या।
जिस समाज के विषय में ,जिनकी परंपराओं, रूढ़ियों, रीति रिवाजों, शासन व्यवस्थाओं से संबंधित यह पेसा एक्ट है, आज उसी समाज को वास्तविक स्थिति पता नहीं है।
उन्होंने राज्य सरकार से जल्द पारित प्रस्ताव को सार्वजनिक करने की मांग की ताकि जनता को दिग्भ्रमित होने से बचाया जा सके।
इसके अलावा बाबूलाल मरांडी ने कहा कि निकाय चुनाव दलीय आधार पर होना चाहिए। इससे दलों के माध्यम से सेवा कार्य करने वाले कार्यकर्ता जनप्रतिनिधि बनकर और अधिक सक्रियता के साथ संविधान के दायरे में जनता की सहायता कर सकेंगे।
गैर दलीय चुनाव को मरांडी ने स्वच्छ लोकतंत्र के लिए सही नहीं बताया। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी पेसा प्रस्ताव पारित होने के बाद सार्वजनिक नहीं किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
मुंडा ने कहा कि पेसा नियमावली अधिसूचित क्षेत्रों में रूढ़ि जन्य परंपरा, व्यवस्थाओं पर आधारित है। यह एक्ट प्राचीन पारंपरिक सुशासन और स्वशासन व्यवस्था को संरक्षित और संवर्धित करता है। मुंडा ने कैबिनेट से पारित प्रस्ताव को पब्लिक डोमेन में सार्वजनिक करने की मांग की।

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