Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jharkhand: आपदा को अवसर में बदला घोटालेबाजों ने, सामने आए करोड़ों के फर्जी बिल; 220 अस्पतालों पर गहराया संकट!

    Jharkhand News In Hindi आयुष्मान भारत स्वास्थ्य घोटाले में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। ईडी की छापेमारी में 40 करोड़ से अधिक के फर्जी बिलों का खुलासा हुआ है। घोटालेबाजों ने कोरोना आपदा का फायदा उठाकर सरकारी धन का दुरुपयोग किया। जांच के दायरे में राज्य के 220 से अधिक अस्पताल शामिल हैं। उनपर संकट गहरा गया है।

    By Pradeep singh Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 06 Apr 2025 07:42 PM (IST)
    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    राज्य ब्यूरो, रांची। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य घोटाले में बड़े पैमाने पर हुई वित्तीय अनियमितता की अब परत-दर-परत खुल रही है।

    राज्य सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव ओमप्रकाश सिंह समेत 21 लोगों के ठिकाने पर ईडी की छापेमारी इस आशय के प्रमाण मिले हैं कि घोटालेबाजों ने 40 करोड़ से अधिक के फर्जी बिल बनाए।

    इसका भुगतान अभी लंबित हैं। जांच के दायरे में राज्य के 220 से अधिक के अस्पताल शामिल हैं। जिनपर शिकंजा कस सकता है।

    अमानवीय यह है कि कोरोना आपदा को घोटालेबाजों ने अवसर बनाया और इसकी आड़ में बड़े पैमाने पर पैसे की हेराफेरी की।

    घोटालेबाजों के ठिकानों से ईडी को नकदी के साथ-साथ घोटाले के संबंध में प्रमाण भी हाथ लगे हैं, जो आगे की जांच में और अधिक मददगार साबित होंगे।

    ईडी ने झारखंड समेत दिल्ली और बंगाल में घोटाले से जुड़े लोगों के ठिकाने पर छापेमारी की थी। इस पूरे घोटाले की मास्टर माइंड बन्ना गुप्ता के निजी सचिव रहे ओमप्रकाश सिंह को बताया जाता है।

    विभिन्न अस्पतालों से भी छापेमारी के दौरान ऐसे प्रमाण मिले हैं, जिससे अनियमितता की पुष्टि हो रही है। उल्लेखनीय है कि सीएजी की रिपोर्ट में इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ था।

    सामने आई थी यह जानकारी

    जानकारी सामने आई थी कि बड़े पैमाने पर आपसी मिलीभगत से फर्जी तरीके से इलाज हुआ। जिन मरीजों को मृत करा देकर बिल का भुगतान लिया गया, बाद में उनके नाम पर भी उपचार हुआ।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ईडी के सूत्रों के मुताबिक छानबीन के बाद जांच का दायरा और बढ़ सकता है। इस घोटाले को लेकर कार्रवाई की जद में कई और लोग आ सकते हैं।

    यह भी पढ़ें-

    Jharkhand News: बिजली ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत में देरी पर अब मिलेगा हर्जाना, जानिए क्या है नियम और प्रक्रिया