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    रांची: अविनाश कुमार बने झारखंड के मुख्य सचिव, क्या बदलेगा?

    Updated: Tue, 30 Sep 2025 06:42 PM (IST)

    झारखंड को 1993 बैच के IAS अधिकारी अविनाश कुमार के रूप में नया मुख्य सचिव मिला है। उन्होंने निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी (1988 बैच) की जगह ली जो 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हुईं। अविनाश कुमार पहले अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय) विकास आयुक्त और झारखंड ऊर्जा विकास निगम के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक जैसे महत्वपूर्ण अतिरिक्त प्रभारों में कार्यरत थे।

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    अविनाश कुमार बने झारखंड के नए मुख्य सचिव।

    राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड प्रशासनिक सेवा में एक महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए, 1993 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी अविनाश कुमार को राज्य का नया मुख्य सचिव (Chief Secretary) नियुक्त किया गया है।

    यह पद उन्होंने निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी (1988 बैच की IAS अधिकारी) के स्थान पर संभाला है, जो अपनी सेवा से 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गईं।

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    झारखंड सरकार ने अविनाश कुमार को राज्य के सर्वोच्च प्रशासनिक पद की जिम्मेदारी सौंपी है। यह नियुक्ति राज्य प्रशासन में उनके लंबे और बहुआयामी अनुभव, साथ ही विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में उनकी सिद्ध दक्षता को देखते हुए की गई है।

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    बहुआयामी अनुभव और जिम्मेदारियां

    मुख्य सचिव का कार्यभार संभालने से पहले भी अविनाश कुमार राज्य के प्रशासन में कई प्रमुख पदों पर कार्यरत थे, जिनमें से कई अतिरिक्त प्रभार के रूप में थे। उनके अनुभव का दायरा राज्य के सबसे संवेदनशील और बुनियादी क्षेत्रों तक फैला हुआ है।

    मुख्य सचिव बनने से ठीक पहले, अविनाश कुमार निम्न प्रमुख और अतिरिक्त प्रभारों पर अपनी सेवाएं दे रहे थे:

    • अपर मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री कार्यालय): इस भूमिका में उन्होंने मुख्यमंत्री के कार्यालय के साथ करीबी समन्वय स्थापित करने और राज्य की प्रमुख नीतिगत पहलों के प्रभावी कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
    • विकास आयुक्त: यह पद राज्य के विकास संबंधी योजनाओं, परियोजनाओं और उनके अंतर-विभागीय समन्वय के लिए महत्वपूर्ण है। इस जिम्मेदारी के तहत उन्होंने राज्य की समग्र प्रगति पर ध्यान केंद्रित किया।
    • अपर मुख्य सचिव (ऊर्जा विभाग): उन्होंने राज्य के ऊर्जा क्षेत्र के प्रशासन को संभाला, जो कि राज्य की औद्योगिक विकास और नागरिक सुविधाओं के लिए आवश्यक है।
    • अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक (झारखंड ऊर्जा विकास निगम): इस पद पर रहते हुए उन्होंने राज्य की ऊर्जा नीतियों को ज़मीन पर उतारने और निगम के प्रबंधन ढांचे को मजबूत करने का कार्य किया।
    • प्रबंध निदेशक (झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड): राज्य में बिजली वितरण की जटिल चुनौतियों का प्रबंधन करना और उपभोक्ताओं तक विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना उनकी जिम्मेदारी थी।

    प्रशासनिक नेतृत्व में बदलाव का महत्व

    निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी के सेवानिवृत्त होने के बाद अविनाश कुमार को कार्यभार राज्य के प्रशासनिक नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन को चिह्नित करता है।

    1993 बैच के एक अनुभवी अधिकारी के रूप में, उनके पास अब राज्य के समग्र प्रशासन की निगरानी, नीति निर्माण और विभिन्न सरकारी विभागों के बीच सामंजस्य स्थापित करने की जिम्मेदारी होगी।

    उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य की मौजूदा योजनाओं और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को नई गति और दिशा मिलेगी।