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    Jharkhand Politics: CM हिमंत के दौरे के खर्च को लेकर मचा सियासी बवाल, असम पुलिस ने झारखंड के DGP को भेजा पत्र

    Updated: Sat, 20 Jul 2024 04:02 PM (IST)

    असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा को भाजपा ने झारखंड का चुनाव का सह प्रभारी बनाया है। इसको लेकर सीएम हिमंत लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं। ऐसे में उनके आगमन के दौरान सुरक्षा से लेकर अन्य खर्च का भुगतान करने को लेकर असम पुलिस के एडीजी ने झारखंड के डीजीपी को लिखा है। इस पत्राचार के बाद से राज्य सियासी बवाल मच गया है।

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    असम के मुख्यमंत्री हिमंत के दौरे को लेकर असम के एडीजी झारखंड के डीजीपी को लिखा पत्र (फाइल फोटो)

    राज्य ब्यूरो, रांच। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं। भाजपा आलाकमान ने उन्होंने विधानसभा चुनाव का सह प्रभारी बनाया है।

    उनके आगमन के दौरान सुरक्षा से लेकर अन्य खर्च का भुगतान करने को लेकर असम पुलिस के एडीजी ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक से पत्राचार किया है, जिसे लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप आरंभ हो गया है।

    सीएम हिमंत को मिली है ये सुरक्षा

    असम पुलिस के अधिकारी ने लिखा है कि सीएम हिमंत बिस्व सरमा को जेड प्लस का सुरक्षा घेरा मिला हुआ है। वे झारखंड की राजनीतिक यात्राएं करेंगे। इस संबंध में होने वाले खर्च का बिल सरकार प्रेषित करे तो उसका भुगतान कर दिया जाएगा।

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    सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने आरोप लगाया है कि सरकारी खर्चे पर भाजपा के नेता राजनीति कर रहे हैं। महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि असम सरकार का यह पत्र अब झामुमो के लिए एक दस्तावेज बन गया है।

    हिमंत बिस्व सरमा असम के मुख्यमंत्री के साथ झारखंड में भाजपा के सह विधानसभा चुनाव प्रभारी हैं। उन्हें जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई है। उनके आने-जाने और सुरक्षा पर किया जा रहा व्यय असम सरकार उठाने को तैयार है। ऐशा पत्र अपने आप में कई प्रश्न को जन्म दे रहा है।

    चुनावी बॉन्ड के धन के दुरुपयोग का बनेगा बड़ा मामला

    सवाल उठाया कि क्या यह मान लिया जाए कि चुनावी बांड के बाद यह सरकारी धन के दुरुपयोग का बड़ा मामला बनेगा? हिमंत बिस्व सरमा मुख्यमंत्री रहते हुए झारखंड में भाजपा संगठन के लिए काम करेंगे और उसका खर्च असम के ट्रेजरी से भुगतान होगा।

    यह पत्र अपने आप में स्वीकारोक्ति है कि कैसे सरकारी धन का इस्तेमाल पार्टी के लिए किया जाएगा। इसका जवाब भी केंद्रीय गृहमंत्री को देना होगा, क्योंकि वह बीएसएफ और पुलिस के प्रधान भी हैं। उधर झामुमो के आरोप पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि फिजूलखर्ची का बात इनके मुंह से शोभा नहीं देती।

    हेमंत सरकार इसमें माहिर है। प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव के मुताबिक सरकार सिर्फ जनता की गाढ़ी कमाई लूटने में लगी है। उन्होंने राशन के बैग पर पूर्व सीएम चम्पाई सोरेन की तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा कि लाखों बैग उनके हटने के बाद बेकार हो गए हैं। यह फिजूलखर्ची झामुमो को नजर नहीं आ रहा है।

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