Anant Chaturdashi 2022: अनंत चतुर्दशी व्रत आज, इस विधि से करें भगवान की पूजा
Anant Chaturdashi 2022 अनंत चतुर्दशी का पर्व आज मनाया जाएगा। इस पुनीत पर्व एवं पूजन को हर्षाेल्लास के साथ विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना सुबह से की जा रही है। इस दिन विष्णु भगवान का अनंत रूप में पूजन की जाती है।

झुमरीतिलैया,(कोडरमा), संस। Anant Chaturdashi 2022 अनंत चतुर्दशी का पर्व आज मनाया जाएगा। इस पुनीत पर्व एवं पूजन को हर्षाेल्लास के साथ विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना सुबह से की जा रही है। पंडित गौतम पांडेय ने बताया कि इस दिन विष्णु भगवान का अनंत रूप में पूजन की जाती है। इस पूजन में श्री अनंत भगवान को पंचामृत से स्नान कराकर सविधि पूजन की जाती है। उसी पंचामृत में 14 गांठ वाला डोर को डूबा कर पांच बार घुमाया जाता है उसके बाद उसे धारण किया जाता है।
माना जाता है की जब पांडव द्यूतक्रीड़ा में सारा राजपाट खो दिए थे और वन में जाकर कष्ट भोग रहे थे तो कृष्ण भगवान ने पांडवों को अनंत चतुर्दशी का व्रत करने की सलाह दी थी।
सुबह से ही डोरे और पूजन सामग्री की बिक्री
अनंत चतुर्दशी को धूम धाम से मनाने के लिए मंदिर के झुमरीतिलैया सहित जिले के विभिन्न मंदिरों में महिलाएं पूजा अर्चना के लिए पहुंच रही है। इधर, बाजार में आज सुबह से ही डोरे और पूजन सामग्री की बिक्री परवान पर है।
अनंत चतुर्दशी के दिन होता है गणेश उत्सव का समापन
ज्ञात हो कि 10 दिवसीय गणेश उत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है। इस बार अनंत चतुर्दशी पर्व 9 सितंबर को पड़ रहा है। इस दिन भगवान श्री हरि के अनंत रूप की पूजा की जाती है। इसके साथ ही, इस दिन भगवान गणेश जी को विदा किया जाता है। वहीं, दूसरी ओर जैनियों के दशलक्षण महापर्व का भी आज अंतिम दिन है।
झुमरीतिलैया में विश्लय सागर जी महाराज का होगा प्रवचन
आज उत्तम ब्रह्मचर्य पर झुमरीतिलैया में आए जैन मुनि विश्लय सागर जी महाराज का प्रवचन होगा। वहीं अपराह्न तीन बजे अनंत चौदस पर श्री दिगंबर जैन समाज के द्वारा शहर में जुलूस व झांकी निकाली जाएगी।
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