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    1000 करोड़ अवैध खनन: ED ने पुलिस मुख्यालय से मांगा 3 DSP की संपत्ति का ब्‍यौरा, पंकज मिश्रा के रह चुके सहयोगी

    By Jagran NewsEdited By: Arijita Sen
    Updated: Fri, 03 Mar 2023 09:29 AM (IST)

    1000 करोड़ अवैध खनन घोटाला मामले में अब ईडी ने पुलिस मुख्‍यालय को पत्र भेजकर उन तीन डीसपी की संपत्ति का ब्‍यौरा मांगा है जिन्‍होंने अवैध खनन में पंकज मिश्रा के सहयोग से भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति अर्जित की है।

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    केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, रांची। संताल क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान कर रही ईडी ने अब पुलिस मुख्यालय से पत्राचार कर इलाके में सक्रिय रहे तीन डीएसपी की चल-अचल संपत्ति की जानकारी मांगी है। ईडी ने अधिकृत रूप से घोषित संपत्ति का ब्यौरा मांगा है। उक्त ब्यौरे से ईडी के अधिकारी अपनी जांच में सामने आई संपत्ति के ब्यौरे से मिलान करेंगे। ईडी को शक है कि तीनों ही डीएसपी मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के सहयोगी थे। अवैध खनन में तीनों ही डीएसपी ने पंकज मिश्रा के सहयोग से भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति अर्जित की है।

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    डीएसपी राजेंद्र दुबे से ईडी कर चुकी है पूछताछ

    साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे से गत वर्ष नौ दिसंबर को ईडी के अधिकारी पूछताछ कर चुके हैं। राजेंद्र दुबे को पंकज मिश्रा का खास अधिकारी बताया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने पंकज मिश्रा के न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत रहते हुए कई बार मुलाकात की और फोन पर भी बातचीत की।

    ईडी के गवाहों को पंकज मिश्रा के कहने पर जेल भेजा और पंकज मिश्रा के कहने पर राजेंद्र दुबे ने उन्हें व उनके सहयोगियों को कई कांडों में नियम विरुद्ध जाकर मदद की। ईडी की पूछताछ में राजेंद्र दुबे कुछ मामलों में अपनी गलतियां स्वीकार कर चुके हैं। उन्हें अपनी संपत्ति का ब्यौरा देने के लिए ईडी ने कहा था, अब पुलिस मुख्यालय से भी ईडी ने मांगा है।

    बार-बार बुलाने पर भी ईडी के सामने नहीं आ रहे डीएसपी पीके मिश्रा

    बड़हरवा के तत्कालीन डीएसपी रहे प्रमोद कुमार मिश्रा ईडी के दो समन पर भी जांच एजेंसी के सामने नहीं पहुंचे। उन्हें ईडी ने तीसरा समन कर आगामी छह मार्च को ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में बुलाया है। डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने बड़हरवा टेंडर विवाद, मारपीट व धमकी मामले के दो मुख्य आरोपित मंत्री आलमगीर आलम व विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को महज 24 घंटे के भीतर बिना ठोस जांच के ही क्लीन चिट दे दी थी। ईडी ने पुलिस की कई खामियों को पकड़ा और इसी मामले में उनका बयान लेना चाहती है।

    पूर्व डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी पर संगीन आरोप

    साहिबगंज के पूर्व डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी पर आरोप है कि वह पंकज मिश्रा के इशारे पर साहिबगंज क्षेत्र में पुलिसिंग करते थे। ईडी को यह भी जानकारी मिली है कि न्यायिक हिरासत में रिम्स में इलाजरत रहते हुए पंकज मिश्रा से डीएसपी यज्ञ नारायण तिवारी ने भी मुलाकात की है। उन पर पंकज मिश्रा के साथ मिलकर अवैध खनन से अवैध संपत्ति अर्जित करने का भी आरोप है, जिसके बिंदु पर ईडी की जांच चल रही है। अब ईडी ने उन्हें भी समन कर 13 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया है।

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