विस्थापित संघर्ष मोर्चा और CCL उरीमारी प्रबंधन के बीच हुई वार्ता, ग्रामीणों को रोजगार देने का आश्वासन
भुरकुंडा में विस्थापित संघर्ष मोर्चा और सीसीएल उरीमारी प्रबंधन के बीच त्रिपक्षीय वार्ता हुई। प्रबंधन ने लोकल सेल को कोयला देने और आउटसोर्सिंग कंपनी ने ग्रामीणों को रोजगार देने का आश्वासन दिया। मोर्चा ने वादा खिलाफी पर चक्का जाम की चेतावनी दी। वार्ता में कई सदस्य शामिल थे और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।

संवाद सूत्र, भुरकुंडा (रामगढ़)। विस्थापित संघर्ष मोर्चा उरीमारी-पोटंगा द्वारा सौंपे गए मांगपत्र के आलोक में मंगलवार को उरीमारी पीओ कार्यालय में त्रिपक्षीय वार्ता हुई।
इसमें सीसीएल उरीमारी प्रबंधन,आउटसोर्सिंग कम्पनी के प्रतिनिधि व मोर्चा के लोग शामिल हुए। वार्ता में सीसीएल उरीमारी प्रबंधन ने उरीमारी लोकल सेल की गाड़ियों में पूर्ण रूप से कोयला देने पर सहमति जताई।
साथ ही लोकल सेल में ज्यादा से ज्यादा कोयला देकर प्रतिदिन ज्यादा गाड़ी लोडिंग कर निकालने की बात पर प्रबंधन राजी हुआ।
विस्थापित ग्रामीणों को रोजगार देने का आश्वासन
वहीं परियोजना में कार्यरत आउटसोर्सिंग कम्पनी आशीर्वाद में स्थानीय विस्थापित ग्रामीण को रोजगार देने की बात कही। साथ ही अन्य मांगों पर भी सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया।
वार्ता के बाद मोर्चा के प्रतिनिधियों ने कहा कि सीसीएल प्रबंधन व आउटसोर्सिंग कम्पनी अगर अपनी बातों से मुकरी तो मोर्चा उरीमारी परियोजना का सम्पूर्ण चक्का जाम कर देगी।
वार्ता में मोर्चा के सरंक्षक राजू यादव, सचिव महादेव बेसरा, अध्यक्ष चरका करमाली, सीताराम किस्कु, विश्वनाथ मांझी, कानू मरांडी, ज़ुरा सोरेन, पंसस गीता देवी, सीतामुनी देवी, चंदू जायसवाल, जतरु बेसरा, कजरु उरांव, तेतरी देवी, फुलमनी देवी, शांति देवी, उरीमारी पीओ दिलीप कुमार,पीयूष पटेल,अविनाश कुमार सहित मोर्चा के दर्जनों लोग शामिल थे।
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