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    गैंगवार में साथी संग मारा गया पतरातू का फेमस गैंगस्टर भरत पांडेय, घटनास्थल से 25 से अधिक खोखा बरामद

    Jharkhand News पलामू के चैनपुर में पतरातू निवासी कुख्यात भरत पांडेय और शूटर दीपक साव उर्फ ढुल्ला की हत्या की खबर से रामगढ़ जिला में सनसनी फैल गई। रविवार की रात पलामू के चैनपुर के गरहा गांव में एक घर में घुसकर अज्ञात अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर भरत पांडेय और शूटर दीपक साव उर्फ ढुल्ला की हत्या कर दी।

    By Deepak Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Mon, 06 Jan 2025 08:55 PM (IST)
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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवादसूत्र, चैनपुर (पलामू)। झारखंड के पतरातू इलाके में सक्रिय अपराधी भरत पांडेय उर्फ भरत सिंह और उसका सहयोगी दीपक साव गैंगवार में मारा गया है।

    रविवार की रात अपराधियों ने पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र के गरदा गांव में अपराधियों ने भरत और दीपक को गोलियों से भून डाला। हत्या उस समय हुई जब दोनों गरदा गांव में अजय सिंह के घर में सोए हुए थे।

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    इसी दौरान अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। मौके पर ही दोनों ने दम तोड़ दिया। गोलीचालन में गरदा गांव निवासी अंशु सिंह व बिहार के औरंगाबाद जिला के कुटुंबा थाना क्षेत्र के पोला गांव निवासी महावीर सिंह घायल हो गए।

    दोनों का इलाज मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पलामू में चल रहा है। उनकी हालत खतरे से बाहर है। कुख्यात पांडेय गैंग से अलग होकर पतरातू के जयनगर निवासी भरत पांडेय अपना अलग गिरोह चला रहा था। 31 दिसंबर को वह गरदा में अपने मौसा अजय सिंह के घर पहुंचा।

    उसके साथ दीपक साव भी था। तबसे दोनों गरदा गांव में ठहरे हुए थे। रविवार रात करीब 11 बजे आधा दर्जन अपराधियों ने वहां पहुंचकर अंधाधुंध फायरिंग की। इसमें भरत व उसका सहयोगी मारा गया।

    घटनास्थल से खोखा बरामद

    • घटनास्थल से पुलिस ने 25 से भी अधिक खोखा बरामद किया है। अपराधियों ने पहले से रेकी कर रखी थी। उन्हें इतना तक पता था कि दोनों घर के किस कमरे में सोए हैं। अंधाधुंध गोलियां बरसाकर उन्हें उठने का मौका ही नहीं दिया।
    • दूसरे कमरे में सोए अंशु सिंह व महावीर सिंह बाहर निकले तो उनपर भी गोलियां दागी गईं। महावीर सिंह के बाए हाथ में गोली लगी है। घायल अंशु सिंह ने बताया कि उन्हें कोई जानकारी नहीं थी कि भरत पांडेय और दीपक साव अपराधी हैं।
    • घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी पैदल ही निकल गए। घटना की जानकारी मिलने के बाद पलामू एसपी रीष्मा रमेशन सोमवार सुबह गरदा गांव पहुंच और जांच की। अनुसंधान में खोजी कुत्ता की मदद भी ली गई। पुलिस को अभी कोई खास सफलता नहीं मिली है।

    सीसीएलकर्मी की हत्या में आया था नाम

    भरत व दीपक का नाम भुरकुंडा में सीसीएलकर्मी अमित बक्शी की हत्या में आया था। इस मामले में भरत जेल भी जा चुका है। वह 2024 में जेल से बाहर आया था। उसपर पतरातू क्षेत्र में रंगदारी के कई मामले दर्ज हैं।

    दोनों मृतकों का आपराधिक इतिहास रहा है। पहले दोनों पांडेय गिरोह से जुड़े थे। बाद में अलग गिरोह बना लिया था। गैंगवार में दोनों की हत्या की गई है। पुलिस घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।- रीष्मा रमेशन, एसपी, पलामू।

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