Pakur News: पाकुड़ के लोगों के लिए खुशखबरी, अब 7 रुपये में मिलेगा 1000 लीटर पानी; करना होगा ऑनलाइन आवेदन
पाकुड़ के लोगों के लिए अच्छी खबर है। पाकुड़ लंबित शहरी जलापूर्ति योजना का काम शीघ्र ही पूर्ण हो जाएगा। इस योजना का 97 फीसद काम पूरा कर लिया गया है। पाकुड़ शहरी जलापूर्ति योजना का काम वर्ष 2013 में नगर विकास विभाग की ओर से 40.34 करोड़ की लागत से आरंभ किया गया था। इसकी देखरेख नगर परिषद पाकुड़ कर रही है।

लाल मोहन साहा, जागरण संवाददाता, पाकुड़। एक दशक की प्रतीक्षा के बाद पाकुड़ की चिर लंबित शहरी जलापूर्ति योजना का लाभ जल्द शहर के लोग उठा सकेंगे।
सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो उम्मीद की जा रही है कि इस गर्मी में लोगों के घरों तक जलापूर्ति के तहत शुद्ध गंगाजल पहुंच जाएगा। योजना का 97 फीसद काम पूरा कर लिया गया है।
पिछले साल 28 अगस्त को निकटवर्ती पश्चिम बंगाल के पोट्ठीमारी फीडर कैनल यानी छोटी गंगा का पानी शहर के बल्लभपुर स्थित ट्रीटमेंट प्लांट में पहुंचा था। जहां से इस पानी को शुद्ध कर कलिकापुर स्थित जल मीनार एवं तांतीपुर स्थित पंप में पहुंचा दिया गया है।
इसके अलावा बाजार समिति प्रांगण के जलमीनार और राज हाईस्कूल परिसर स्थित जल मीनार में यह पेयजल पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
नगर विकास विभाग के नियम के अनुसार शहरी जलापूर्ति योजना में उपभोक्ताओं को एक केएल यानी एक हजार लीटर पेयजल के एवज में सात रुपये भुगतान करना पड़ता है। यहां भी यही नियम लागू होगा।
2013 में स्वीकृत हुई थी जलापूर्ति योजना
पाकुड़ शहरी जलापूर्ति योजना का काम वर्ष 2013 में नगर विकास विभाग की ओर से 40.34 करोड़ की लागत से आरंभ किया गया था। इसकी देखरेख यहां नगर परिषद पाकुड़ कर रही है।
इस जलापूर्ति योजना का काम वर्ष 2017 में ही पूरा हो जाना था। लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो पाया और शहरवासी आज भी पेयजल संकट से उबर नहीं सके हैं।
पाकुड़ शहरी जलापूर्ति योजना का कार्य एजेंसी यानी पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल पाकुड़ ने अभी तक 97 फीसद पूरा किया है। काम पूरा होने के बाद एजेंसी नगर परिषद को हैंड ओवर कर देगी।
इसके बाद नगर परिषद लोगों के घरों में वाटर कनेक्शन करेगी। इसके लिए लोगों को कनेक्शन लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
कनेक्शन लेने के लिए लोगों को 7000 रुपये रुपये जमा देना होगा। कनेक्शन के दौरान सभी घरों में वाटर मीटर भी लगाया जाएगा। इसी मीटर के आधार पर लोगों से जलकर (वाटर टैक्स) वसूला जाएगा। एक केएल यानी 1000 लीटर पेयजल के लिए लोगों से सात रुपये वसूला जाएगा। कार्य एजेंसी को अपनी देखरेख में एक साल तक इस योजना को जारी रखकर लोगों के घरों में पेयजल आपूर्ति करने का जिम्मा होगा। - अमरेंद्र कुमार चौधरी, प्रशासक, नगर परिषद पाकुड़
पाकुड़ शहरी जलापूर्ति योजना का काम लगभग 97 फीसद पूरा हो चुका है। तांतीपाड़ा संप के निकट दलदल जमीन के कारण बिजली समस्या उत्पन्न हो गई है। अब वहां बिजली पोल के माध्यम से विद्युत कनेक्शन किया जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो आगामी 15 दिनों में शहर के बाजार समिति प्रांगण एवं राज हाई स्कूल परिसर स्थित जलमीनारों में भी पेयजल के रूप में शुद्ध गंगाजल पहुंचा दिया जाएगा। इसके बाद इस योजना को नगर परिषद पाकुड़ को हैंड ओवर कर दिया जाएगा। नगर परिषद अपने स्तर से लोगों के घरों में वाटर कनेक्शन करेगी। -राहुल श्रीवास्तव, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, पाकुड़
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