Jharkhand News: झारखंड में नहीं दिख रहा प्रतिबंध का असर, अफसरों के दफ्तर के सामने खुलेआम बिक रहा गुटखा
झारखंड में हेमंत सरकार ने गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया है। लोहरदगा में गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध के बावजूद खुलेआम बिक्री जारी है। स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक छापेमारी अभियान शुरू नहीं किया है। सिविल सर्जन डॉ. शंभूनाथ चौधरी ने कहा कि उपायुक्त के साथ बैठक के बाद टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा और उसके बाद छापेमारी अभियान चलाया जाएगा।

जागरण टीम, रांची। झारखंड में गुटखा और पान मसाला पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में निर्देश भी जारी किया है।
बावजूद लोहरदगा में खुलेआम गुटखा और पान मसाला के बिक्री हो रही है। सबसे महत्वपूर्ण बात है लोहरदगा डीसी कार्यालय के सामने भी दुकानों में खुलेआम पान मसाला और गुटका की बिक्री की जा रही है।
यही नहीं शहर के लगभग सभी पान दुकान के अलावा किराना स्टोर, जनरल स्टोर, चाय की दुकान में भी गुटखा और पान मसाला की बिक्री हो रही है।
अभी भी गुटखा और पान मसाला के व्यापारी न सिर्फ थोक में गुटखा और पान मसाला मंगा रहे हैं, बल्कि छोटे व्यापारियों को बिक्री भी कर रहे हैं। दुकानों में स्टॉक की कोई कमी नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी इसे लेकर छापामारी अभियान शुरू नहीं किया गया है। जिसके कारण प्रतिबंध के बावजूद गुटखा और पान मसाला की बिक्री पर कोई रोक नजर नहीं आ रही है।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जैसे ही सरकार की ओर से प्रतिबंध की घोषणा की गई, उसके बाद गुटखा और पान मसाला का दाम भी बढ़ चुका है।
चोरी-चुपके ही सही, परंतु गुटखा और पान मसाला महंगे दाम पर खुलेआम बिक रहा है। यही नहीं छोटे किशोर और बच्चों को भी यह बड़े आराम से मिल रहा है।
हालांकि, मामले में स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा छापेमारी अभियान चलाने की बात कही जा रही है।
जल्द टास्क फोर्स का किया जाएगा गठन
- लोहरदगा के सिविल सर्जन डॉक्टर शंभूनाथ चौधरी का कहना है कि उपायुक्त डॉ. वाघमारे प्रसाद कृष्ण के साथ जल्द ही बैठक होने वाली है। इसके बाद टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा।
- इसमें फूड सेफ्टी के अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, पुलिस पदाधिकारी सहित अन्य लोग शामिल रहेंगे। इसके बाद छापामारी अभियान तेजी के साथ चलाया जाएगा।
- जहां कहीं भी गुटखा और पान मसाला की बिक्री करते हुए पाया जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी भी हाल में गुटखा और पान मसाला की बिक्री नहीं करनी है।
- स्वास्थ्य विभाग इस लेकर छापेमारी अभियान शुरू करने जा रहा है। सरकार के निर्देशों का पालन करने को लेकर विभाग प्रतिबद्ध है। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कार्यालयों के समीप खुलेआम बिक रहा गुटखा
उधर, चतरा में भी प्रतिबंध के बावजूद गुटखा की बिक्री खुलेआम हो रही है। सरकार एवं गैर सरकारी दफ्तरों के साथ-साथ शिक्षण संस्थानों के समीप पान-खैनी के दुकान से लेकर किराना दुकानों में गुटखा आसानी से मिल रहा है।
आश्चर्य तो इस बात कि है-जिला कार्यालय अर्थात डीसी-एसपी व विकास भवन के समीप के दुकानों में भी गुटखा की बिक्री खुलेआम हो रही है।
यहां स्पष्ट कर दें कि राज्य सरकार ने गुटखा की बिक्री पर पिछले कुछ सालों से प्रतिबंध लगा रखा है। सरकार ने उस प्रतिबंध को एक साल और विस्तार दिया है।
इसका आदेश मंगलवार को जारी कर दिया गया। सरकार के आदेशानुसार गुटखा की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
बुधवार को दैनिक जागरण की टीम शहर के विभिन्न स्थानों की स्थिति दुकानों पर स्टिंग चलाया। दुकानों पर खुलेआम गुटखा की बिक्री होते पाया है।
दुकानदार बेछिचक होकर उसकी बिक्री कर रहे हैं। डीसी आफिस हो या विकास भवन, अथवा मेन रोड तथा विभिन्न चौक चौराहों पर इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है।
स्थानीय मेन रोड निवासी कुमार संतोष कहते हैं कि सरकार का निर्णय उचित है। गुटखा पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए। गुटखा की वजह से कैंसर जैसी बीमारी तेजी से फैल रहा है।
संतोष कहते हैं कि सरकार ने आदेश जारी कर दिया। आदेश का पालन कराना अधिकारियों का काम है। पिछले एक साल में दो या तीन बार गुटखा को लेकर शहर में अभियान चलाया गया है।
परिणामस्वरूप अभियान का बहुत असर नहीं देखने को मिला। अव्वल मोहल्ला निवासी संजीव कुमार कहते हैं कि कागज पर आदेश जारी करने से कुछ नहीं होने वाला है। गुटखा की बिक्री पर कोई असर नहीं पड़ा है। खुल्लम-खुल्ला बिक्री हो रही है।
अधिकारी वर्जन दो दिन पूर्व पत्र प्राप्त हुआ है। प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। हाल में लगाए गए प्रतिबंध के बाद अभियान का और तेज किया जाएगा। रश्मि दुबे, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, जिला परामर्शी, चतरा।
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