झारखंड में होली से पहले महिलाओं के लिए जबरदस्त बिजनेस प्लान लेकर आई हेमंत सरकार, होगी बंपर कमाई!
सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के झालजमीरा पंचायत में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बकरी पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। झारखंड सरकार के पशुपालन विभाग ने नौ किसानों को पांच-पांच बकरियां वितरित की हैं। इस योजना के तहत सुमंती देवी सरस्वती देवी गुड़िया देवी राजू महली साबा उरांव शांति उरांव शिला उरांव मोहनी उरांव और मैना देवी सहित अन्य किसानों को बकरी और दवा दी गई है।

संवाद सूत्र, सेन्हा (लोहरदगा)। झारखंड के लोहरदगा जिले में सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के झालजमीरा पंचायत अंतर्गत घाटा में किसानों के बीच बकरी वितरण किया गया।
झारखंड सरकार के पशुपालन विभाग की ओर से सेन्हा प्रखंड क्षेत्र के नौ किसानों के बीच लाभुक पांच बकरी का वितरण किया गया।
सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में एक पशुपालन योजना के तहत सुमंती देवी, सरस्वती देवी, गुड़िया देवी, राजू महली, साबा उरांव, शांति उरांव, शिला उरांव, मोहनी उरांव और मैना देवी के अलावे अन्य किसानों को आय वृद्धि जीविकोपार्जन के लिए बकरी एवं दवा दिया गया।
झालजमीरा के पंचायत समिति सदस्य लक्ष्मी कुमारी ने कहा कि बकरी पालन कर महिलाएं आत्म निर्भर बने। बकरी पालन से अधिक आय होता है।
ऐसे में महिला लाभुक मेहनत कर योजना का लाभ उठाएं। मौके पर पंचायत समिति सदस्य लक्ष्मी कुमारी, पशु चिकित्सक डॉ रोहित कुमार आदि उपस्थित थे।
किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से मधुमक्खी पालन का दिया गया प्रशिक्षण
उधर, गुमला में मधुमक्खी पालन से किसानों को मालामाल बनाने की तैयारी चल रही है। विकास भारती बिशुनपुर में आयोजित वैज्ञानिक पद्धति से तीन दिवसीय मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह विकास भारती बिशनपुर के अंबेडकर सभागार में आयोजित किया गया।
सिद्धो कान्हो कृषि एवं वनोपज राज्य सहकारी संघ लिमिटेड रांची के द्वारा प्रायोजित कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रमाण पत्र वितरण किया गया।
समापन सत्र को संबोधित करते हुए विकास भारती बिशुनपुर के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत ने कहा कि यहां की जलवायु मधुमक्खी पालन के लिए उपयुक्त है। मधुमक्खी पालन बहुत ही आसान काम है।
बस तकनीकी बातों को समझाने और व्यवहार में लाने की जरूरत है। गुमला कृषि बहुल जिला है। मधुमक्खी पालन से कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना बढ़ जाती है।
किसानों को मधुमक्खी पर जोर देना चाहिए। इससे लाभ ही लाभ है। बाजार में भी इसकी अच्छी मांग है। मधुमक्खी पालन का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वावलंबी बनाना है।
प्रशिक्षुओं को मिली रोजगार संबंधी अपेक्षाओं के बारे में जानकारी
- एसबीआई लाइफ की सीएसआर पहल मिशन रोजगार के तहत नव भारत जागृति केंद्र की ओर से संचालित रोजगार प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षुओं और नियोक्ताओं के बीच एक बैठक का आयोजन किया गया।
- बैठक में प्रशिक्षुओं को नियोक्ताओं की आवश्यकताओं, करियर के अवसरों और कौशल विकास के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
- बैठक में एरीना मल्टीमीडिया, मैक्स टेलर्स, साई चिल्ड्रेन नर्सिंग होम, ऑरा ब्यूटी सैलून जैसे कई प्रतिष्ठित संस्थानों ने भाग लिया।
- बैठक में कार्यक्रम प्रभारी रूपेश मल्लिक ने इस आयोजन के उद्देश्य और महत्व पर प्रकाश डाला। नियोक्ताओं ने अपने-अपने उद्यमों, कार्यबल आवश्यकताओं और करियर विकास के अवसरों पर जानकारी साझा की।
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