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अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाएं

जामताड़ा राष्ट्रीय विधिक दिवस के अवसर पर व्यवहार न्यायालय परिसर में मंगलवार को विधिक जाग

By JagranEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 05:43 PM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 05:43 PM (IST)
अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं की जानकारी पहुंचाएं

जामताड़ा : राष्ट्रीय विधिक दिवस के अवसर पर व्यवहार न्यायालय परिसर में मंगलवार को विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्षता जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ओम प्रकाश पांडेय ने की। जिला जज ने उपस्थित लोगों को गांव के अंतिम लोगों तक कानून और सरकारी योजना के बारे में जानकारी पहुंचाने की नसीहत दी। कहा कि चंद लोग ही सरकारी योजना का लाभ और कानून की जानकारी रखते हैं जिससे अन्य लोगों का अधिकार का हनन होता है।

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कहा कि समाज के लोग समाज के अन्य लोगों का शोषण करते हैं और कानून की जानकारी नहीं होने पर पीड़ित परिवार शोषित होते चले जाते हैं। नालसा का उद्देश्य है कि समाज के हर तबके के लोग कानून और अपने अधिकार के प्रति सबल रहे। अक्सर देखा जाता है कि महिला प्रताड़ना में महिला ही आगे रहती है और गांव के बड़े-बुजुर्ग महिला को डायन कहकर प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया जाता है। और उसकी संपत्ति हड़प ली जाती है। मौके पर परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सचिद्र कुमार पांडेय ने मध्यस्थता और लोक अदालत के बारे में जानकारी दी। स्थाई लोक अदालत के अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने सिंह ने स्थाई लोक अदालत में आने वाले मामले के बारे में विस्तार से बताया। कहा कि स्थाई लोक अदालत में दो पक्षों के बीच वार्ता कर मामले का निष्पादन किया जाता है। साथ ही प्री लिटिगेशन के मामलों का भी निष्पादन होता है।

मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुशेश्वर सिकु ने बच्चे, बूढ़े और महिलाओं को समान अधिकार मिलने के प्रावधान के बारे में जानकारी दी। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव विश्वनाथ उरांव ने संविधान में दिए गए अधिकार व कानूनी पहलुओं के बारे में गहराई से बताया। कहा कि समाज के हर तबके के लोगों को निम्न जीवन बसर करने वालों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करना होगा तभी एक उन्नत समाज की कल्पना की जा सकती है। जो जानकारी आज दी गई है, उसे अपने घर गांव में अवश्य साझा करें। पीड़ित परिवार को कानूनी मदद दें। जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष मिहिर कुमार दुबे ने बताया कि गांव के मामले को गांव में ही खत्म करने से न्यायालय का बोझ कम होगा। अधिवक्ता मनोज सिंह ने बताया कि सभी संविधान के दायरे में रहकर कार्य करें और एक विकसित समाज के बारे में सोचें। धन्यवाद ज्ञापन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सहायक श्याम नंदन सहाय ने किया। मौके पर न्यायिक दंडाधिकारी अरविद कुमार,अधिवक्ता दिलीप कुमार गन, विशेश्वर महतो, सुखदेव राणा, मुकेश सिंह सहित सभी न्यायालय कर्मी एवं पैरा लीगल वालंटियर मौजूद थे।


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