Paddy Purchase: झारखंड में धान की खरीद शुरू, 200 रुपये मिलेगा बोनस; 48 घंटे में भुगतान भी होगा
झारखंड में 15 दिसंबर से धान की खरीदी शुरू हो गई है। इस बार धान खरीद पर 100 की जगह 200 रुपये बोनस दिया जा रहा है। बोनस बढ़ने के बाद किसानों को 2400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा। पहले यह राशि 2300 रुपये थी। वहीं धान बेचने के 48 घंटे में किसानों को इसका भुगतान भी कर दिया जाएगा।

जागरण संवाददाता, जामताड़ा। झारखंड में रविवार से खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत धान की खरीदारी शुरू हो गई। खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने जामताड़ा के समाहरणालय परिसर स्थित एसजीएसवाइ सभागार में इसका उद्घाटन किया।
इसके साथ ही राज्य के अन्य जिलों में भी धान अधिप्राप्ति कार्यक्रम की शुरूआत हुई। जगह-जगह मंत्रियों व विधायकों ने अपने-अपने जिले में धान खरीद की शुरुआत कराई।
200 रुपये मिलेगा बोनस
सरकार की घोषणा के मुताबिक किसानों को इस बार धान खरीद पर 100 की बजाय 200 रुपये बोनस दिया जा रहा है। इस तरह किसानों को 2400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जाएगा। पहले यह मूल्य 2300 रुपये निर्धारित था।
मंत्री ने लोगों से अपील की कि वह खुले बाजार की बजाय सरकारी केंद्रों पर अपना धान बेचकर अधिक मूल्य प्राप्त करें। जामताड़ा में मंत्री ने दो किसानों के बीच डेमो चेक का भी वितरण किया।
मंत्री दीपक बिरुआ ने भी चाईबासा के लैम्पस में जिलास्तरीय कार्यक्रम में योजना की शुरुआत कराई। धान खरीद को लेकर सभी जिलों में जिला आपूर्ति विभाग से लेकर पैक्स और क्रय केंद्र तक हलचल देखी गई।
पहली बार हुआ समारोह का आयोजन
यह पहला मौका है जब राज्य में एक साथ समारोह आयोजित कर धान खरीदारी का शुभारंभ किया गया है। धान खरीद केंद्रों के उद्घाटन के दौरान कहीं तकनीकी तो कहीं व्यवस्था की खामी भी देखने को मिली। जामताड़ा में नेटवर्क व तकनीकी गड़बड़ी के कारण मंत्री के सामने ई पोस मशीन से धान अधिप्राप्ति की रसीद नहीं निकाली जा सकी।
- पलामू के पाटन प्रखंड के बिशुनपुर में स्थानीय विधायक व वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर पहुंचे थे। मौके पर डीएसओ के नहीं पहुंचने के कारण वित्त मंत्री बिना उद्घाटन किए ही लौट गए।
- लातेहार के बालूमाथ में विधायक प्रकाश राम ने प्रखंड कार्यालय परिसर के लैम्पस में धान खरीद की शुरुआत कराई, लेकिन नमी मापक मशीन खराब रहने के कारण यहां धान खरीद केंद्र उद्घाटन के साथ ही बंद हो गई।
- खा्द्य आपूर्ति मंत्री ने कहा- धान बेचने के 48 घंटे के अंदर किसानों को कुल राशि का आधा भुगतान बैंक खाते में कर दिया जाएगा, एक सप्ताह में शेष राशि मिल जाएगी।
- राज्य में 60 लाख क्विंटल (छह लाख मीट्रिक टन) धान खरीद का लक्ष्य है।
- खा्द्य आपूर्ति मंत्री ने जोर देकर कहा कि झारखंड का धान बंगाल नहीं जाने देंगे। यहां के पदाधिकारी किसानों को लैंपस में धान बेचने के लिए प्रेरित करें। कहीं से बिचौलिया की शिकायत आएगी तो कार्रवाई की जाएगी।
- पहले दिन 100 से अधिक केंद्रों पर धान खरीद की शुरुआत हुई। सरकार की ओर से 699 धान क्रय केंद्र चिह्नित किए गए हैं।
धान क्रय को लेकर किसानों को भेजा जा रहा SMS
धान बेचने के लिए अब तक दो लाख 33 हजार 249 किसानों ने निबंधन कराया है। निबंधन की प्रक्रिया जारी है। वहीं धान खरीदी के लिए किसानों को SMS भेजकर सूचित किया जा रहा है।
राज्य में बनेंगे साढ़े पांच लाख नए राशन कार्ड
मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में साढ़े पांच लाख लोगों को नया राशन कार्ड बनाया जाएगा। कई लोगों का नाम राशन कार्ड से काट दिया गया था। उनका नाम भी जोड़ा जाएगा। गरीबों का ऑन द स्पॉट राशन कार्ड बनाया जाएगा। सबसे अधिक राशन कार्ड जामताड़ा में बनाए जाएंगे।
अब आपदा में तुरंत होगा भुगतान
आपदा मंत्री ने ये भी कहा कि अब दुर्घटना होने पर प्रशासन की ओर से दी जानेवाली राशि ऑन द स्पॉट मिलेगी। आपदा मामले में तुरंत भुगतान होगा। ठंड को देखते हुए सभी जिलों में अलाव की व्यवस्था कराई गई है।
इस मौके पर राज्य खाद्य निगम के प्रबंध निदेशक सत्येद्र कुमार, डीसी कुमुद सहाय, राजनीश कुमार, डीडीसी निरंजन कुमार, डीएसओ राज शेखर मौजूद थे।
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