Jamtara में साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़, महिला और युवतियां भी हैं गैंग का हिस्सा, 6 आरोपी गिरफ्तार
झारखंड में शुक्रवार को छापेमारी को पहुंची जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के हाथ 6 शातिर साइबर ठग लगे हैं। छापेमारी को पहुंची टीम यह देख भौचक्की रह गई कि इन ठगों के गैंग में कई महिलाएं व युवतियां भी शामिल हैं।
जागरण संवांददाता, जामताड़ा। झारखंड में शुक्रवार को छापेमारी को पहुंची जामताड़ा साइबर थाने की पुलिस के हाथ 6 शातिर साइबर ठग लगे हैं। छापेमारी को पहुंची टीम यह देख भौचक्की रह गई कि इन ठगों के गैंग में कई महिलाएं व युवतियां भी शामिल हैं।
15 से ज्यादा ठग हुए फरार
इस बीच पुलिस को देख महिलाओं व युवतियों समेत तकरीबन 15 से ज्यादा ठग भाग निकले, जबकि महिला पुलिस की गैरमौजूदगी की वजह से एक महिला को मौके पर ही छोड़ना पड़ा। इस बात की जानकारी शनिवार को प्रेस कांफ्रेस के दौरान जामताड़ा एसपी मनोज स्वर्गियारी ने दी।
स्वर्गियारी ने बताया कि ट्रेनी आईपीएस राकेश सिंह की अगुवाई में साइबर थाने की टीम ने शुक्रवार को नारायणपुर थाना क्षेत्र के मोहलीडीह और करमाटांड़ थाना क्षेत्र के सीताकाटा गांव में छापेमारी की।
इस दौरान मोहलीडीह से विशाल दास, शरत दास, राजेश दास, सचिन दास और रोहित दास को पकड़ा गया, जबकि करमाटांड़ थाना क्षेत्र के सीताकाटा कुंदन दास से गिरफ्तार किया गया है।
आरोपितों के पास से 15 मोबाइल, 28 अलग-अलग कंपनियों के सिम कार्ड और एक एटीएम कार्ड बरामद हुआ है।
हवेलीनुमा बिल्डिंग में कर रहे थे साइबर ठगी
पुलिस सूत्रों के अनुसार जिस ठिकाने पर इकट्ठे होकर ये शातिर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे, उस बिल्डिंग को बनाने में कम से कम 70-80 लाख रुपये खर्च किए गए होंगे, जिसे इनमें से ही किसी शातिर अपने ठगी के पैसों से बनवाया है।
इन ठगों के ग्रुप में छापेमारी के दौरान 20 से 25 लोग मौके पर ही मौजूद थे, लेकिन पुलिस के आने की भनक लगते ही इनमें से कई मौका पाकर भाग निकले।
क्रेडिट कार्ड देने के नाम पर हो रही थी ठगी
पुलिस की जांच में यह पता चला है कि आरोपित लोगों को फेसबुक व वाट्स-एप पर विभिन्न बैंकों के क्रेडिट कार्ड बनवाने समेत अन्य तरीके अपनाकर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे थे।
इससे पहले ये शातिर लोगों को बकाया बिजली बिल का भुगतान करने और केवाईसी अपडेट के नाम पर भी ठग चुके हैं।
ये शातिर इन दिनों तमिलनाडु, आसाम, बिहार और उड़ीसा समेत अन्य कई राज्य के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे थे।
जांच के दौरान एक मोबाइल डिटेल्स से ही 2.5 लाख रुपये की ठगी की बात सामने आई है, जबकि आरोपितों के पास से कुल 15 मोबाइल मिले हैं और पुलिस विभाग की टैक्निकल सेल की टीम अभी इनकी जांच करने में जुटी है।
ठगी के लिए अन्य राज्यों से मंगाए सिम कार्ड
एसपी स्वर्गियारी ने बताया कि ये शातिर ज्यादातर ठगी के मामलों में बंगाल के मुर्शिदाबाद व उड़ीसा से मंगवाए गए सिम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं।
पिछले दिनों भी दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े साइबर ठगों के पास से 25000 सिम कार्ड बरामद हुए थे। यह सिम अलग-अलग साइबर ठगों को बंगाल के मुर्शिदाबाद का रहने वाला शातिर पहुंचाने का काम करता था।