संताल परगना में आदिवासियों की हजारों एकड़ जमीन पर बांग्लादेशियों का कब्जा, चम्पाई सोरेन बोले-जल्द होगा बड़ा खुलासा
SIR: पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ और आदिवासी जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ...और पढ़ें

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, जामताड़ा। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता चम्पाई सोरेन ने संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर बड़ा और आक्रामक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संताल परगना की पवित्र धरती, जहां सिदो–कान्हू जैसे महान आदिवासी नायकों ने अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंका था, आज वहीं आदिवासियों की जमीन पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने अवैध कब्जा जमा लिया है। हजारों एकड़ आदिवासी भूमि पर सुनियोजित तरीके से कब्जा किया गया है और राज्य सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।
रविवार को दुमका जाने के क्रम में जामताड़ा में कुछ देर रुकने के दौरान चम्पाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में जल्द ही एसआइआर (विशेष गहन जांच अभियान) शुरू होने वाला है। इसके बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि घुसपैठ, फर्जी दस्तावेज और अवैध कब्जे की सच्चाई पूरे राज्य के सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के हक और अस्तित्व से खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने संविधान के संथाली भाषा में अनुवाद की पहल को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह आदिवासी समाज के सम्मान और स्वाभिमान से जुड़ा कदम है। अब आदिवासी समाज अपनी ही लिपि और भाषा में संविधान को समझ सकेगा। यह केंद्र सरकार की दूरदर्शिता और आदिवासी समाज के प्रति सच्चे सम्मान को दर्शाता है।
चम्पाई सोरेन ने हेमंत सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा सरकार में राज्य का जितना विकास होना चाहिए था, वह पूरी तरह ठप है। संताल परगना समेत पूरे झारखंड में विकास कहीं नजर नहीं आता। जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है, जबकि सरकार सिर्फ घोषणाओं और तुष्टिकरण की राजनीति में व्यस्त है।
उन्होंने कहा कि संताल परगना दौरे के दौरान उन्होंने देखा है कि आदिवासी समाज अब जागरूक हो रहा है और अपने अधिकारों के लिए एकजुट हो रहा है। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

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