Yoga Tips : करें शशकासन, कम होगा तनाव, लचीला व मजबूत होगा शरीर
नियमित योग करने से हम आसानी से कई रोगों को दूर भगा सकते हैं। ऐसा ही एक योग है शशकासन। अगर सुबह-सुबह यह योग करेंगे तो न सिर्फ आप तरोताजा महसूस करेंगे बल्कि शरीर भी लचीला रहेगा। योग एक्सपर्ट पूनम वर्मा बता रही हैं शशकासन के फायदे....
जमशेदपुर : भागदौड़ की जिंदगी में इंसान मानसिक व शारीरिक रूप से जल्दी कमजोर हो रहा है। इसका मुख्य कारण न तो समय पर खाना हो पाता और न ही शारीरिक श्रम हो पाता। ऐसे में अगर आप मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आप दिन में कम से कम एक बार शशकासन आसन जरूर करें।
जमशेदपुर स्थित सोनारी की योगा एक्सपर्ट पूनम वर्मा के अनुसार, शशकासन करने से आपको काफी अधिक फायदे मिलेंगे। जिसके बाद आप इस आसन को जीवन में जिंदगी भर के लिए शामिल कर लेंगे। इस आसन को महिला, पुरुष कोई भी कर सकता है। शशकासन आसन की विधि से आपको अवगत होना होगा। तभी यह असर कर पाएगा। यह आसन गलत ढंग से करने से आपकी परेशानी बढ़ा सकता है।
पूनम वर्मा कहती हैं, आज के समय में हर कोई मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहता है। ताकि वह बेहतर ढंग से काम कर सकें। उनके लिए यह आसन बेहतर विकल्प है। वहीं, स्वस्थ रहने के लिए आप नियमित रूप से योग भी कर सकते हैं। अगर आपके पास समय है तो आप जिम सकते हैं। इसके साथ ही सुबह-शाम टहलने के लिए भी लोगों को समय जरूर निकाला है। लोगों को पता होना चाहिए कि शरीर स्वस्थ रहेगा तभी वह कुछ कर पाएगा। अन्यथा इंसान चाहकर भी कुछ नहीं कर पाएगा।
शशकासन करने की विधि
- सुबह उठने के बाद शौचालय जाए। इसके बाद वज्रसान की स्थिति में बैठ जाएं। मतलब घुटनों को मोड़कर पैर के पंजों पर बैठना होगा।
- इसके बाद सांस को अंदर भरते हुए हाथों को ऊपर की ओर ले जाएं।
- इसके बाद धीरे-धीरे सांस को छोड़ते हुए सामने की ओर झुकते जाएं।
- इस दौरान आपकी गर्दन झुकी रहेगी और सिर को मैट से स्पर्श करें।
- इस स्थिति में कम से कम 15 से 20 सेकेंड या अपनी क्षमतानुसार बने रह सकते हैं। इसे करने के बाद आपको काफी राहत महसूस मिलेगा। एक सप्ताह के अंदर आपको इसका लाभ भी मिलने लगेगा।
शशकासन के फायदे
- शरीर को लचीला बनाता है और इससे स्फूर्ति बढ़ता है।
- रीढ़ की दोनों ओर की हड्डी स्टिफ है तो इस आसन को करने से वो भी लचीली हो जाती है।
- हिप, थाइज और पेट का फैट कम करता है।
- डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है।
- पेनक्रियाज की गतिशीलता इससे प्रभावित होती है, जो अच्छी चीज है।
- तनाव को दूर कर मन को शांत करता है।
- पेट से संबंधित रोगों को दूर करता है।
शशकासन करते वक्त ये सावधानी जरूरी
- शशकासन करते समय काफी सवाधानी बरतनी होती है। जैसे सर्वाइकल मरीज अगर इस आसन को करता है तो उसे सिर के नीचे तकिया रखकर करनी चाहिए।
- हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट के मरीज बहुत ज्यादा देर तक इस स्थिति में नहीं रहें।
- गर्दन शरीर के लेवल से नीचे नहीं जाना चाहिए।
- स्लिप डिस्क वाले मरीजों को इस आसन से बचना चाहिए।
- अगर यह आसन करते समय किसी भी तरह की परेशानी व दर्द हो तो इसे बंद कर देना चाहिए।