सड़क हादसे में 10 वर्षीय बच्चे की मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने लगाया जाम
चाईबासा-जगन्नाथपुर मार्ग पर सिंहपोखरिया रेलवे स्टेशन के पास एक मालवाहक वाहन ने 10 वर्षीय बच्चे को कुचल दिया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया और नारेबाजी की। उनकी मांग है कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए आरोपी की गिरफ्तारी हो स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं और पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।

जागरण संवाददाता, चाईबासा। पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा-जगन्नाथपुर मुख्य मार्ग पर सिंहपोखरिया रेलवे स्टेशन के पास रविवार सुबह भीषण सड़क हादसा हुआ। सुबह की सैर पर निकले 10 वर्षीय मासूम की मालवाहक वाहन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई।
घटना के बाद स्थानीय लोग आक्रोशित हो उठे और शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। देखते ही देखते दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी।
“पूंजीपति निर्दोष गरीब मजदूरों की बलि चढ़ाना बंद करो… पूंजीपतियों की दलाली बंद करो… मंत्री दीपक बिरुवा शर्म करो…, मंत्री होश में आओ…” के नारे लगाये ।
दलबल के साथ पहुंचे अंचल अधिकारी
सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी उपेंद्र कुमार और मुफस्सिल थाना प्रभारी चंद्रशेखर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित ग्रामीणों से वार्ता की और समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण मंत्री को बुलाने की जिद पर अड़े रहे। उनका कहना था कि जब तक मंत्री आमने-सामने बात नहीं करेंगे, तब तक सड़क जाम हटेगा नहीं।
ग्रामीण नेता मुंडा सोना सवैयां ने कहा कि इस मार्ग पर लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन न तो सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं और न ही मृतकों के परिवार को मुआवजा मिल रहा है। उन्होंने साफ कहा, इस बार समझौता नहीं होगा, मंत्री आकर जनता की बात सुनें।
समाचार लिखे जाने तक सड़क जाम जारी था और पुलिस-प्रशासन के लिए स्थिति से निपटना चुनौती बनी हुई है।
ग्रामीणों की चार प्रमुख मांगें सामने आईं
- मृतक परिवार को सरकारी मुआवजा दिया जाए।
- आरोपी बाइक सवार की जल्द गिरफ्तारी हो।
- सड़क पर स्पीड ब्रेकर लगाया जाए।
- लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस गश्त बढ़ाई जाए।
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