टाटानगर रेलवे स्टेशन पार्किंग कर्मियों की गुंडागर्दी पर एक्शन; DSP को अंत में बुलानी ही पड़ी पुलिस
जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे स्टेशन पर पार्किंग के नए ठेकेदार की गुंडागर्दी सामने आई है। बागबेड़ा थाना पुलिस ने अवैध वसूली करते हुए ठेकेदार के कर्मचारियों को गिरफ्तार किया। नई एजेंसी इन आन कंस्ट्रक्शन कंपनी को पार्किंग का ठेका मिला है जिसके बाद से मनमानी वसूली की जा रही है। चाईबासा बस स्टैंड और शिव मंदिर छोर पर भी अवैध वसूली की जा रही है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। टाटानगर रेलवे स्टेशन में पार्किंग के नए संचालक इन दिनों गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। यही कारण है कि सोमवार को बागबेड़ा थाना की पुलिस एक्शन में आई और अवैध रूप से पार्किंग के बाहर पार्किंग शुल्क वसूलने वाले ठेकेदार के कर्मचारियों को धर दबोचा।
टाटानगर रेलवे स्टेशन में पार्किंग का ठेका नई एजेंसी, इन आन कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है। वर्ष 2022 में जो ठेका रेलवे ने तीन करोड़ में दिया था वह अब बढ़कर सात करोड़ हो चुका है।
ऐसे में पार्किंग संचालक को प्रतिदिन 65 हजार रुपये की वसूली करनी होगी, तभी उनके पार्किंग का शुल्क से लेकर कर्मचारियों का वेतन का खर्च निकल पाएगा।
यही कारण है कि स्टेशन परिसर में प्रवेश करते ही पार्किंग ठेकेदार के लोग यात्रियों और शहरवासियों से मनमाना वसूली कर रहे हैं।
यही नहीं, पार्किंग ठेकेदार के लोग चाईबासा बस स्टैंड छोर और बागबेड़ा शिव मंदिर छोर में भी खड़े वाहनों से जबरन पार्किंग शुल्क वसूल रहे हैं।
सूत्रों की मानें तो सोमवार सुबह भी ठेकेदार के लोग चाईबासा स्टैंड छोर से जबरन पार्किंग शुल्क वसूल रहे थे।
इसके बाद बागबेड़ा थाना की पुलिस दल-बल के साथ पहुंची। जैसे ही पुलिस के जवानों ने धर-पकड़ शुरू की तो संचालक के लोगों में भगदड़ मच गई।
कुछ पुलिस के हाथ आए तो कुछ भागने में सफल रहे। इधर, पार्किंग ठेकेदार और रेलवे के अधिकारियों के बीच मीटिंग का दौर चल रहा है।
शनिवार देर रात डीएसपी से कर चुके हैं बकझक
शनिवार देर रात जिला पुलिस के डीएसपी भोला प्रसाद एक अपराधी को पकड़ने के लिए स्टेशन पहुंचे थे। इस दौरान जैसे ही उनका वाहन पार्किंग क्षेत्र के ड्रापिंग लाइन में घुसा, पार्किंग ठेकेदार के लोगों ने उन्हें पर्ची लेने को कहा।
डीएसपी ने बताया कि वे पुलिस स्टाफ हैं लेकिन पार्किंग ठेकेदार के लोग अपने रौब में रहे और डीएसपी से पर्ची कटवाई। इस दौरान डीएसपी काफी देर तक अपराधी को पकड़ने के लिए अंधेरे में अपनी गाड़ी में ही बैठे रहे।
इसके बाद जब वे पार्किंग परिसर से बाहर निकलने लगे तो पार्किंग संचालक के लोगों ने उनकी गाड़ी को रोक दिया और जबरन पैसा मांगने लगे।
इस दौरान पार्किंग संचालक और डीएसपी के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। इसके बाद उन्होंने पुलिस पार्टी को बुलाया और फिर डीएसपी वहां से निकले।
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