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    जमशेदपुर में आवारा कुत्तों का आतंक, 6 साल की बच्ची को नोचा; चेहरे पर लगे 12 टांके

    Updated: Fri, 15 Aug 2025 09:59 AM (IST)

    जमशेदपुर के आजादनगर में एक दर्दनाक घटना में एक आवारा कुत्ते ने छह वर्षीय बच्ची पर हमला कर दिया जिससे उसके चेहरे पर गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों ने बच्ची को बचाया और उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसका इलाज चल रहा है। इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है और लोगों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। कुत्तों का आतंक थमने का नाम ही नहीं ले रही है। गुरुवार को एक दर्दनाक घटना आजादनगर थाना क्षेत्र के ओल्ड पुरुलिया रोड नंबर 12 में देखने को मिला।

    आजादनगर निवासी छह वर्षीय बच्ची तस्बीह अपने घर के पास गली में खेल रही थी। अचानक आवारा कुत्ता तस्बीह पर हमला कर दिया। कुत्ता इतनी तेजी से झपटा कि उसके चेहरे पर कई जगह गंभीर चोटें आई। बच्ची बचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन कुत्ता बार-बार चेहरे को निशाना बना रहा था।

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    जब बच्ची की चिल्लाने की आवाज लोगों ने सुनी तब आसपास के लोग बच्ची की ओर दौड़ पड़े। लोगों ने बच्ची को कुत्ते से छुड़ाया। बच्ची का चेहरा से खून टपक रहा था।

    आनन-फानन में परिजन घायल बच्ची को नजदीकी चिकित्सक के पास ले गए, जहां उसके गाल पर एक दर्जन टांके लगाए गए। चिकित्सकों के अनुसार बच्ची की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन उसे ठीक होने में समय लगेगा।

    घटना के बाद दहशत में लोग

    आजादनगर में कुत्ते काटने की घटना के बाद लोग दहशत में हैं। स्थानीय निवासी अमजद खान ने बताया कि क्षेत्र में आवारा कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ रहा है। कई बार शिकायत के बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

    लोग तो अब रात में या दोपहर के समय जब सड़कें सुनसान हो जाती है तब घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। लोगों ने जिला प्रशासन और नगर निगम से तुरंत कुत्ता पकड़ने की कार्रवाई शुरू करने की मांग की है।

    शहर में लगातार बढ़ रही है कुत्ते काटने की घटना

    शहर में आवारा कुत्ते काटने की संख्या लगातार बढ़ रही है। जमशेदपुर में कुत्ते काटने का आंकड़े बहुत ही भयावह है। एमजीएम अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी कहते हैं कि महात्मा गांधी मेमोरियल अस्पताल में कुत्ते काटने के बाद इलाज कराने के लिए इस वर्ष जनवरी से जून तक छह माह में 3966 लोग आए।

    जिनकाे एंटी रेबीज का इंजेक्शन के साथ ही अन्य इलाज किया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।