जमशेदपुर की बॉलीवुड गायिका शिल्पा को मिला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, 'चलेया' से जीता देश का दिल
जमशेदपुर की बेटी और बॉलीवुड गायिका शिल्पा राव को फिल्म जवान के गाने चलेया के लिए 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ गायिका का पुरस्कार मिला है। शिल्पा ने अपनी इस जीत को अपने गृहनगर जमशेदपुर को समर्पित किया है। इस खबर से शहर में जश्न का माहौल है और युवा कलाकारों में उत्साह है। शिल्पा राव बुधवार को जमशेदपुर आ रही हैं।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। लौहनगरी की बेटी और बॉलीवुड की मशहूर गायिका शिल्पा राव ने एक बार फिर शहर का नाम रोशन किया है।
उन्हें 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में फिल्म 'जवान' के लोकप्रिय गीत 'चलेया' के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्वगायिका के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस प्रतिष्ठित सम्मान की घोषणा के बाद से ही जमशेदपुर, खासकर उनके पुराने घर टेल्को में जश्न का माहौल है।
इसी फिल्म में बेहतरीन अभिनय के लिए अभिनेता शाहरुख खान को भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार मिला है। शिल्पा बुधवार को जमशेदपुर आ रही हैं।
शिल्पा ने अपनी इस ऐतिहासिक जीत को अपने गृहनगर जमशेदपुर को समर्पित किया है।[ उन्होंने कहा, यह जीत सिर्फ मेरी नहीं है। यह राष्ट्रीय पुरस्कार उन सभी लोगों का है जो मेरे साथ खड़े रहे और मेरे गृहनगर जमशेदपुर का है, जिसने मुझे गढ़ा और मेरा सहारा बना रहा।
शिल्पा की इस उपलब्धि ने शहर के युवा कलाकारों में एक नया उत्साह भर दिया है। उनके पिता एसवी राव, जो टाटा मोटर्स के कर्मचारी थे, और मां समेत पूरा परिवार इस उपलब्धि से बेहद खुश है।
पिता थे पहले गुरु, लौहनगरी की मिट्टी ने दी संगीत को उड़ान
'घुंघरू टूट गए' से लेकर 'बेशरम रंग' तक अपनी दमदार आवाज से लोगों के दिलों पर राज करने वाली जमशेदपुर की बेटी शिल्पा राव के नाम एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है।
टेल्को की गलियों से निकलकर बॉलीवुड के सुनहरे मंच तक अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाली जमशेदपुर की बेटी शिल्पा राव ने एक बार फिर शहर को गौरवान्वित किया है। उन्हें फिल्म 'जवान' के बेहद लोकप्रिय गीत 'चलेया' के लिए 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्वगायिका के प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया है।
इस घोषणा के साथ ही लौहनगरी में जश्न का माहौल है, खासकर इसलिए क्योंकि शिल्पा बुधवार को अपने गृहनगर जमशेदपुर आ रही हैं। शिल्पा का जमशेदपुर से रिश्ता बेहद गहरा और अटूट है। उनका जन्म और पालन-पोषण यहीं हुआ।
उनके पिता एस वेंकट राव, जिनके पास संगीत की डिग्री थी, टाटा मोटर्स (तत्कालीन टेल्को) में कार्यरत थे और वही शिल्पा के पहले संगीत गुरु भी बने। शिल्पा की स्कूली शिक्षा शहर के प्रतिष्ठित लिटिल फ्लावर स्कूल और लोयोला स्कूल में हुई, जहां वे स्कूल के क्वायर का हिस्सा थीं।
शहर की इसी सांस्कृतिक आबोहवा और पिता से मिले शुरुआती प्रशिक्षण ने उनकी प्रतिभा को वह नींव दी, जिसने आज उन्हें राष्ट्रीय मंच पर स्थापित किया है। इस बड़ी उपलब्धि का श्रेय उन्होंने अपने शहर को देते हुए कहा, यह जीत सिर्फ मेरी नहीं है।
यह राष्ट्रीय पुरस्कार जमशेदपुर का है, जिसने मुझे गढ़ा और हमेशा मेरा सहारा बना रहा। शिल्पा की इस कामयाबी ने शहर के अनगिनत युवा कलाकारों के सपनों को नई उड़ान दी है।
फिल्म 'जवान' के लिए यह दोहरी सफलता का अवसर रहा, जहां शिल्पा के पुरस्कार के साथ-साथ फिल्म के नायक शाहरुख खान को भी सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। शिल्पा के बुधवार को शहर आगमन की खबर से उनके प्रशंसकों और शहर के संगीत प्रेमियों में खासा उत्साह है।
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