पोटका के कालिकापुर में बाइक पेड़ से टकराई, दो छात्रों की मौत
घाटशिला कालेज में इंटर के छात्र थे मृतक बाइक सवार जादूगोड़ा की ओर से बाइक से हाता की ओर आ रहे थे दोनों।

जासं, जमशेदपुर : पोटका थाना क्षेत्र कालिकापुर बाजार के पास बाइक सवार दो युवक पेड़ से टकरा गए। एक की मौत मौके पर ही हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल दूसरे युवक की एमजीएम अस्पताल में मौत हो गई। जानकारी पर स्वजन एमजीएम अस्पताल पहुंचे। पोटका थाने की पुलिस ने एमजीएम अस्पताल पहुंच मामले की जानकारी ली। मृतकों में बबलू महतो डुमरिया और कृष्णा टुडू धालभूमगढ़ के रहने वाले थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक सवार जादूगोड़ा की ओर से बाइक सवार हाता की ओर आ रहे थे। बाइक तेज रफ्तार में थी। बाइक अनियंत्रित होते हुए पेड़ से जा टकराई। दोनों बाइक सवार फेंका गए। सिर में दोनों को गंभीर चोट लगी। बबलू महतो की मौके पर मौत हो गई वहीं कृष्णा टुडू को पोटका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया जिसके बाद स्थिति को देखते हुए उसे एमजीएम रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई।
इससे पहले घटना की जानकारी झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता शंकर मुंडा ने तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर एंबुलेंस और पोटका थाना को इसकी सूचना दी थी। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।
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पोटका को पशुपालन विभाग खुद बीमार.. : पोटका प्रखंड मुख्यालय में स्थित पशुपालन विभाग खुद बीमार नजर आ रहा है इसकी इलाज की आवश्यकता है पशुपालकों का कहना है कि प्रखंड मुख्यालय में स्थित पशुपालन विभाग हमेशा रहता है ताला बंद यहां के सभी कर्मचारी और डॉक्टर बिना सूचना के नदारद रहते हैं जब तारिणी सेन मांझी दोपहर के 12:00 बजे पशुपालन विभाग पहुँचे तो देखा कि सभी विभाग आम दिनों की तरह खुले हैं मगर प्रखंड मुख्यालय में स्थित पशुपालन विभाग में ताला लटका हुआ है पशुपालक तारिणी सेन मांझी का कहना है कि यहां जब भी आते हैं ताला बंद रहता है दवा नहीं मिलता डॉ गायब में रहते हैं। पशुपालन विभाग खुद बीमार है क्या जानवरों का इलाज करेगा उनका कहना है कि अभी गांव में बकरियों में एक प्रकार का बीमारी तेजी से फैल रहा है इसके कारण बकरियों की मृत्यु दर बढ़ी है ऐसे में जो भी लोग यहां दवा के लिए आते हैं यह अस्पताल बंद रहता है या किसी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई है मगर कार्यालय अंदर से ताला बंद है मामले की जांच होनी चाहिए और इस पर कार्रवाई होनी चाहिए कि आखिर अस्पताल में डॉ और स्टाफ नहीं रहेंगे तो पशुओं का इलाज कैसे संभव हो पाएगा।
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